कर्नाटक हाई कोर्ट में हुई हिजाब प्रकरण पर सुनवाई, जाने अभी तक क्या हुआ अदालत में
संजय ठाकुर
डेस्क। कर्नाटक में चल रहे हिजाब प्रकरण में आज हाईकोर्ट में सुनवाई जारी है। लंच से पहले तक अदालत में सुनवाई के दरमियान अदालत ने कुरआन की प्रति मंगवाया है। अदालत में इस मामले में कुल मुस्लिम छात्राओं की 4 याचिकाओं पर जस्टिस कृष्णा दीक्षित द्वारा सुनवाई हो रही है।
जस्टिस कृष्णा दीक्षित ने कहा कि हम कारणों और कानून के मुताबिक चलेंगे। किसी के जुनून या भावनाओं से नहीं। जो संविधान कहेगा, हम वही करेंगे। संविधान ही हमारे लिए भगवद्गीता है। इस मामले की लिस्टिंग पर उन्होंने कहा कि एक मामले में जो भी फैसला होगा, वह सभी याचिकाओं पर लागू होगा। हाईकोर्ट में सुनवाई फिलहाल रोक दी गई है, जो दोपहर 3 बजे के बाद दोबारा शुरू हो चुकी है।
कर्नाटक हाईकोर्ट की बेंच ने मामले की सुनवाई की शुरुआत में पहले ही पॉइंट की पुष्टि के लिए पवित्र कुरान की एक प्रति मांगी। जस्टिस दीक्षित ने पूछा कि यह कुरान की प्रामाणिक प्रति है, इस पर तो कोई विवाद नहीं। कुरान की कॉपी बैंगलोर के शांतिप्रकाश पब्लिशर्स ने प्रकाशित की है। एडवोकेट जनरल ने कहा कि कुरान के कई अनुवाद हैं। जस्टिस दीक्षित ने एडवोकेट देवदत्त कामत से पूछा कि मुझे किस सूरा को देखना चाहिए। तब उन्होंने कहा कि याचिका के पेज 9 पर मैंने इसे लिखा है।
अदालत में याचिका के पक्ष में दलील दिया गया कि पवित्र कुरआन की आयत 24:31 और आयत 24:33 सिर पर दुपट्टा या सिर पर घूंघट को आवश्यक धार्मिक कार्य बताया है। कामत ने कहा कि एक सोर्स कुरान।कॉम से है और इसे प्रामाणिक कुरान कहा जाता है। भारत से लेकर विदेशों तक कई फैसलों में पवित्र कुरान के इन दो आदेशों की व्याख्या की गई है।
फिलहाल समाचार लिखे जाने तक अदालत में मामले की सुनवाई चल रही है। वही उडुपी में हालात बिगड़ते ही दिखाई दे रहे है। कुछ हिंदूवादी संगठनो के द्वारा हिजाब को लेकर विरोध भी किया जा रहा है। इसके पहले कर्नाटक में PES कॉलेज में उस वक्त सांप्रदायिक रंग घुलता नजर आया, जब एक मुस्लिम लड़की कॉलेज पहुंची तो भगवा गमछा पहने कुछ स्टूडेंट्स उसे घेरकर जय श्रीराम के नारे लगाने लगे। इसका विरोध करते हुए उस लड़की ने भी अल्लाह हु अकबर के नारे लगाए। उधर, उडुपी में मंगलवार सुबह छात्राओं ने हिजाब पहनकर कॉलेज में प्रदर्शन शुरू कर दिया। इसके जवाब में भगवा गमछा पहने छात्र उनके सामने आ गए। दोनों तरफ से जबर्दस्त नारेबाजी हुई। इसके बाद कॉलेज के प्रोफेसर्स ने मामला संभाला।
लड़कियों के हिजाब पहनने के जवाब में कुछ हिंदू संगठनों ने लड़कों को कॉलेज कैंपस में भगवा शॉल पहनने को कहा था। वहीं, हुबली में श्रीराम सेना ने कहा था कि जो लोग बुर्का या हिजाब की मांग कर रहे हैं, वे पाकिस्तान जा सकते हैं। ये सवाल भी उठाया गया था कि हिजाब पहनकर क्या भारत को पाकिस्तान या अफगानिस्तान बनाने की कोशिश की जा रही है?
विवाद बढ़ता देखकर कर्नाटक के विजयपुरा के दो कॉलेज शांतेश्वरा पीयू और जीआरबी कॉलेज में दो दिन की छुट्टी कर दी गई है, जबकि उडुपी के कॉलेज में हिजाब के साथ छात्राओं को आने की इजाजत दे दी गई थी। दूसरी तरफ कुंडापुरा के सरकारी पीयू कॉलेज ने कैम्पस में सोमवार को मुस्लिम छात्राओं को हिजाब पहनकर आने की अनुमति तो दी, लेकिन यह नियम भी लागू किया कि वे अलग क्लास में बैठेंगीं।