मशहूर अभिनेता प्राण के जन्मदिन पर विशेष: रियल लाइफ में हीरो और रील लाइफ में विलेन थे प्राण
शाहीन बनारसी
बालीवुड इंडस्ट्री में प्राण का नाम बड़े ही सम्मान से लिया जाता है। 350 से अधिक फिल्मो में अपनी अद्कारी का जलवा बिखेरने वाले प्राण का पूरा नाम प्राण किशन सिकंद था। उन्होंने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत आज़ादी से पहले वर्ष 1942 में किया था। और कई मशहूर सुपरहिट फिल्मो में उन्होंने अपने अद्कारी का जलवा दिखाया था। वर्ष आज के दिन यानी 12 फरवरी 1920 को जन्म लेने वाले प्राण का आज जन्म दिन है। वर्ष 2013 के 12 जुलाई को उन्होंने इस दुनिया से रुखसत किया था। अपनी अदाकारी से लोगो के दिलो पर राज करने वाले प्राण को आज भी एक्टिंग की दुनिया में बड़े सम्मान मिलते है।
पुरानी दिल्ली के बल्लीमारान इलाके में बसे एक रईस परिवार में जन्मे प्राण ने हिंदी सिनेमा जगत में कदम रखने से पहले 1940 में आई पंजाबी फिल्म ‘यमला जट’ में अपने अभिनय का जादू बिखेरा था। 1942 में बॉलीवुड में डेब्यू करने के महज पांच सालों के अंदर यानी 1947 तक उन्होंने तकरीबन 22 फिल्मों में खलनायक का रोल निभा लिया था। बॉलीवुड में डेब्यू से पहले अपना घर चलाने के लिए मुंबई के मरीन ड्राइव स्थित एक होटल में काम किया करते थे। आठ महीनों तक उनका ये संघर्ष जारी रहा। फिर एक दिन पान की दुकान पर खड़े प्राण पर पंजाबी फिल्मों के लेखक मोहम्मद वली की नजर पड़ी। उन्होंने प्राण को देखते ही अपनी आगामी फिल्म यमला जट के लिए उन्हें चुन लिया। यहां से प्राण की किस्मत चमक गई। उन्हें एक के बाद एक फिल्में मिलने लगी। कहा जाता है कि फिल्म जंजीर के लिए प्राण ने ही अमिताभ बच्चन का नाम दिया था।
1947 में हुए बंटवारे की वजह से फिल्म इंडस्ट्री काफी प्रभावित हुई थी। कई लोग बंटवारे के दौरान पाकिस्तान चले गए थे। ऐसे में प्राण ने दोबारा अपना फिल्मी सफर शुरू करने की ठानी और साल 1948 में देवानंद की फिल्म जिद्दी में काम किया। कहा जाता है कि लेखक सादत हसन मंटो ने उन्हें इस फिल्म के लिए रिकमंड किया था। बस इस फिल्म के बाद अभिनेता प्राण ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। उन्हें साल 2001 में पद्मभूषण और दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। इसके अलावा फिल्म इंडस्ट्री और दर्शकों ने दिवंगत अभिनेता प्राण को विलेन ऑफ द मिलेनियम के टाइटल से नवाजा।