रूस-युक्रेन विवाद: रूस के बल पर अलगाववादियों ने किया युक्रेन पर बड़ा हमला, युक्रेन राष्ट्रपति का आदेश, 18 से 60 साल की उम्र के नागरिको को कम से कम एक साल सेना में सेवा देनी होगी
संजय ठाकुर
रूस ने सीधे तौर पर बिना हमला किए, यूक्रेन को कमजोर करना शुरू कर दिया है। खबरों के मुताबिक, पूर्वी यूक्रेन में अलगाववादियों और यूक्रेन की सेना के बीच संघर्षविराम है, लेकिन बुधवार को अलगाववादियों ने सेना पर हमला कर दिया। इस हमले में एक यूक्रेनी सैनिक की मौत की खबर सामने आई है। वहीं छह जवान जख्मी भी हुए हैं।
खबरों के मुताबिक, रूस के राष्ट्रपति पुतिन, यूक्रेन के दोनों शहर डोन्त्सक और लुहांस्क में अलगाववादियों की मदद के लिए 10 हजार से ज्यादा सैनिक भेज चुके हैं। वहीं यूक्रेन खुफिया विभाग का मानना है कि डोन्त्सक में पांच हजार तो लुहांस्क में भी पांच हजार सैनिक भेजे गए हैं। इसके अलावा हॉर्लीव्का में 1500 से ज्यादा सैनिक भेजे गए हैं। इस बीच ऑस्ट्रेलिया ने दावा किया है कि अगले 24 घंटे में रूस की सेना यूक्रेन पर पूर्ण रूप से आक्रमण कर सकती है। इस दावे के बाद अलगाववादियों ने यूक्रेन की सेना पर हमला कर दिया है। इस हमले में एक जवान की मौत की खबर है।
यूक्रेन ने युद्ध जैसे हालातों के बीच बड़ा फैसला किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राष्ट्रपति जेलेंस्की ने आदेश दिया है कि 18 से 60 वर्ष की आयु वर्ग के लोगों के लिए कम से कम एक साल तक सेना में सेवा देनी होगी। वही दूसरी तरफ अमेरिका-यूरोप के बढ़ते प्रतिबंधों और जमीन पर कब्जे की आशंका के बीच यूक्रेन के खार्किव शहर में रूसी फौज घुस चुकी है। डेली मेल के मुताबिक, 100 से ज्यादा मिलिट्री ट्रक और सैनिक खार्किव शहर पहुंच चुके हैं। खार्किव, यूक्रेन का दूसरा सबसे बड़ा शहर है और यह सीमा के सबसे नजदीक है। पश्चिमी देशों के विश्लेषण के मुताबिक, रूस के सैनिक सबसे पहले इस शहर को ही टारगेट करेंगे।