रूस-युक्रेन जंग: युक्रेन का दावा उसने रूस के फाइटर विमान और टैंक मार गिराया, बोले अमेरिकन राष्ट्रपति जो बाइडन, रूस को भुगतने होंगे गंभीर परिणाम

आफ़ताब फारुकी

डेस्क: रूसी सेना को यूक्रेन सेना से कड़ी चुनौती मिल रही है। पहले दिन भी यूक्रेन ने रूस के फाइटर विमान औऱ टैंक को मार गिराने का दावा किया था। वहीं शुक्रवार को यूक्रेन ने दावा किया है कि उसने आज रूस की सेना को कल से भी ज्यादा नुकसान पहुंचाया है। रिपोर्ट के मुताबिक यूक्रेन के सेना ने दावा किया है कि उसने शुक्रवार को रूस के 30 टैंकों, 130 आर्मोर्ड वीइकल्स, 5 प्लेन और 6 हेलिकॉप्टर को नष्ट किया है। हालांकि रूसी सेना ने अभी इस तरह की कोई पुष्टि नहीं की है।

जबकि दूसरी तरफ युद्ध के पहले दिन रूस के हमले से 40 से अधिक सैनिकों की मौत हुई है, और कई दर्जन सैनिक घायल हैं। वहीं, यूक्रेन के कई चेक पोस्ट और सैन्य अड्डे भी रूसी सेना के हमलों की वजह से तबाह हुए हैं। रूस की सेना ने गुरुवार को दावा किया था कि उसने यूक्रेन के एयर डिफेंस सिस्टम को भी नष्ट कर दिया है। इसी बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने यूक्रेन संकट को लेकर एक सप्ताह के भीतर दूसरी बार व्हाइट हाउस से राष्ट्र को संबोधित किया।

अपने संबोधन के दौरान उन्होंने रूस को गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी और नए प्रतिबंधों की घोषणा भी की। उन्होंने पुतिन से बात करने पर भी अपना रुख साफ करते हुए कहा कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन से बात करने की मेरी कोई योजना नहीं है। जो बाइडन ने कहा कि रूसी सेना ने बिना उकसावे के यूक्रेन पर क्रूर हमला शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि यह एक पूर्व नियोजित हमला है जिसकी योजना महीनों से बनाई जा रही थी। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि राष्ट्रपति पुतिन ने 17,500 सैनिकों और सैन्य उपकरणों को यूक्रेन की सीमाओं पर पहुंचाया और रक्त की आपूर्ति की और फील्ड अस्पतालों का निर्माण किया।

उन्होंने कहा कि पुतिन ने वार्ता के सभी प्रयासों को खारिज कर दिया, जो पश्चिमी देशों ने प्रस्ताव रखा था, अगर वे प्रस्ताव मान लेते तो पीड़ा और संघर्ष से बचा जा सकता था। अमेरिका नाटो के ‘हर इंच’ की रक्षा करेगा, लेकिन यूक्रेन में सेना तैनात नहीं करेगा। राष्ट्रपति बाइडन ने अपने संबोधन में एक बार फिर कहा कि अमेरिकी सेना यूक्रेन में रूस के साथ संघर्ष में “नहीं है और न ही” लगेगी। उन्होंने कहा, “हमारी सेनाएं यूक्रेन में लड़ने के लिए यूरोप नहीं जा रही हैं, बल्कि हमारे नाटो सहयोगियों की रक्षा करने और पूर्व में उन सहयोगियों को आश्वस्त करने के लिए जा रही हैं। अमेरिका अपनी शक्ति की पूरी ताकत के साथ नाटो क्षेत्र के हर इंच की रक्षा करेगा।”

एनएसई के पूर्व सीओओ आनंद सुब्रमण्यम को केन्द्रीय जांच एजेंसी ने गुरुवार की देर रात चेन्नई से गिरफ्तार किया है। उनसे सीबीआई पिछले तीन दिनों से पूछताछ कर रही थी। सीबीआई अब इस बात की जांच कर रही है कि आखिर कौन है वह रहस्यमई बाबा, जिसके इशारे पर यह गिरफ्तारी हुई थी। इसके बाद नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की पूर्व एमडी चित्रा राम कृष्णी की भी मुश्किलें बढ़ गई है।

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