शर्मनाक: मध्य प्रदेश के भगोरिया मेले में सरेराह भीड़ के सामने आदिवासी बच्ची के साथ अश्लीलता भरी छेड़खानी का वीडियो हुआ वायरल,युवक करते रहे छेड़खानी, भीड़ हँसते हुवे बना रही थी वीडियो

आदिल अहमद

डेस्क। मध्य प्रदेश के आलीराजपुर जिले में चल रहे भगोरिया मेले से एक हैरान करने वाला वीडियो वायरल हुआ है। इसी वीडियो में दिख रहा है कि कुछ युवक मेले में आई आदिवासी युवतियों के साथ गलत हरकत कर रहे हैं। सरेराह इस तरह से एक लड़की के साथ अश्लील हरकत करने वाले युवको के गले में भगवा रंग का गमछा दिखाई दे रहा है।

इस वीडियो के वायरल होने के बाद से सोशल मीडिया पर अलीराजपुर पुलिस की आलोचना शुरू हो गई। भीड़ के सामने एक लड़की के साथ इस तरह की अश्लील हरकत करने वालो पर कड़ी कानूनी कार्यवाही की मांग भी सोशल मीडिया पर होने के बाद अब अपनी किरकिरी होते हुवे देख मध्य प्रदेश पुलिस मामले में कड़ी कानूनी कार्यवाही करने की बात कर रही है।

बताते चले कि मध्य प्रदेश के आलीराजपुर में इन दिनों भगोरिया उत्सव मनाया जा रहा है। इसी के तहत रविवार को भगोरिया हाट लगाया गया था। वीडियो में नजर आ रहा है कि युवकों की एक टोली गुजर रही है। बीच उनकी नजर किनारे की तरफ खड़ी एक आदिवासी बच्ची पर पड़ती है। तभी उनमें एक युवक बच्ची की तरफ बढ़ता है जबर्दस्ती उसको चुम्बन करने लगता है। तब तक उसका दूसरा साथी उसे खींचकर वहां से हटाता है। इसके बाद आदिवासी बच्ची खुद को संभालने की कोशिश करती है, तभी एक अन्य युवक उसकी तरफ बढ़ता है और उसे खींचकर अश्लील हरकत करने लगता है। यह युवक और उसके साथी इसी हालत में उसे खींचकर काफी दूर तक लेकर चले जाते हैं। इस दौरान वहां मौजूद अन्य युवक केवल हंसते रहते हैं।

इस वीडियो को ट्राइबल आर्मी नाम के ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया है। इसमें लिखा है कि “मध्य प्रदेश के अलीराजपुर जिले में भगोरिया हाट में आदिवासी बच्ची के साथ हुई दुर्व्यवहार की घटना बेहद शर्मनाक है। मप्र शासन से कड़ी कार्यवाही की मांग करते हैं।“ जवाब में एसपी आलीराजपुर ने ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा है कि वालपुर भगोरिया में वायरल वीडियो मैं छेड़खानी करने वाले आरोपियों की पहचान कर ली गई है। मैं स्वयं पुलिस अधीक्षक वालपुर में उपस्थित होकर धरपकड़ जारी है।

गौरतलब हो कि मध्य प्रदेश में होली से पहले आदिवासी मेला भगोरिया लगता है। बताते हैं कि झाबुआ के भगोर गांव में महादेव के अवतार भंगुरिया देवता का स्थान है। इन्हीं को मनाने के लिए यह पर्व मनाया जाता है। आदिवासी समाज के जो लोग मन्नत मांगते हैं वे इन सात दिनों तक बिना खाना और पानी के भूखे रहकर विभिन्न तरह के उपवास रखते हैं। इसके अलावा वह लोग शरीर पर हल्दी भी लगाते हैं। भगोरिया में शामिल होने के लिए समाज के लोग पारंपरिक वेशभूषा भी धारण करते हैं। इसके बाद गल घूमने की परंपरा को निभाया जाता है। जिसमें लकड़ी के बनाए हुए टावर पर मन्नत मांगने वाले को घुमाकर छोड़ा जाता है।

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