वाराणसी पुलिस कमिश्नर @SatishBharadwaj की चौक पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी, चोरी, लूट, टप्पेबाजी के शातिर गैंग का किया खुलासा, गैंग लीडर विनोद डोम अपने दो अन्य साथियों सहित चढ़ा पुलिस के हत्थे

ए0 जावेद

वाराणसी: वाराणसी पुलिस कमिश्नर @SatishBharadwaj की चौक पुलिस को आज अहल-ए-सुबह एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है जब चोरी/लूट/टप्पेबाज़ी के शातिर अंतर्जनपदीय गैंग के सरगना सहित तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर चोरी और लूट की दो घटनाओं का सफल खुलासा किया है। गिरफ्तार अभियुक्तों में आदमपुर के तेलियाना फाटक निवासी विनोद डोम, बहादुर शहीद कैंट निवासी इरफ़ान और सुमित है। पुलिस मामले में अग्रिम विधिक कार्यवाही कर रही है। अपनी टीम को मिली कामयाबी पर प्रसन्न हुवे डीसीपी काशी ने गिरफ़्तारी करने वाली टीम को 10 हज़ार नगद इनाम की घोषणा किया है।

कैसे हुवे गिरफ्तार

4 अप्रैल को केनरा बैंक से पेंशन निकाल कर घर जा रही शीला देवी के साथ हुई 11 हज़ार रुपयों की चोरी और दवा लेकर घर जा रहे सूबेदार गुप्ता से 22 हज़ार 500 की लूट अज्ञात बदमाशो द्वारा हुई थी। बैक 2 बैक दो घटनाओं से परेशान चौक पुलिस ने मामले की तह तक जाने के लिए घटना स्थलों के आसपास लगे सभी कैमरों को खंगालना शुरू कर दिया। इस दरमियान सैकड़ो कैमरों को खंगला गया। आखिर सभी कैमरों की निगरानी करते हुवे घटनाओं को अंजाम देने वालो की शिनाख्त कर लिया। अब मामला गिरफ़्तारी का था कि आरोपियों की गिरफ़्तारी और घटनाओं से सम्बन्धित माल बरामद करना था।

आज सुबह जब शिद्दत की गर्मी में अलसाई सुबह आँख भी नही खोल पाई थी तभी चौक इस्पेक्टर शिवाकांत मिश्रा को जरिया मुखबिर इन शातिरो के बेनिया कूड़ेखाने के पास होने की जानकारी हासिल हुई। जानकारी पर एतमाद करते हुवे इस्पेक्टर शिवाकांत मिश्रा अपने साथ ब्रह्मनाल चौकी इंचार्ज गौरव उपध्याय, एसआई राजेंद्र कुमार यादव, प्रशिक्षु एसआई जीतेन्द्र कुमार, हे0 का0 यशवंत सिंह, का0 सुशांत गुप्ता, शशिकांत सिंह, इन्द्रेश दुबे, शैलेन्द्र सिंह, आनंद, सुनील सरोज को साथ लेकर मौके पर पहुचे तो पुलिस को देख तीनो अपराधी तीन दिशा में शातिराना अंदाज़ में भागने लगे। मगर मुस्तैद पुलिस टीम ने तीनो को दौड़ा कर पकड़ लिया।

क्या हुआ बरामद

पुलिस ने तीनो की जामा तलाशी लिया तो तीनो अभियुक्तों के पास से 1100 ग्राम गांजा नाजायज़ सहित 18 हज़ार 100 रुपया लूट और चोरी की घटना का नगद, वादी मुकदमा की दवा की पर्ची, झोला बरामद किया। अभियुक्तों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि दोनों घटनाओं को उन्होंने अंजाम दिया है।

क्या है अपराधिक इतिहास

तीनो गिरफ्तार अभियुक्तों का बड़ा अपराधिक इतिहास है। विनोद डोम पर विभिन्न थानों में कुल 10 अपराधिक मामले दर्ज है। वही इरफ़ान और सुमित पर तीन-तीन अपराधिक मामले दर्ज है। पुलिस इन पर अग्रिम विधिक कार्यवाही कर रही है।

कैसे देते थे घटना को अंजाम

इस गैंग के लोग घटना को अंजाम बड़े ही शातिराना अंदाज़ में देते थे। जिसके साथ घटना को अंजाम देना है उसको चिन्हित कर एक युवक पहले उसके सामने एक पोटली गिरा कर उसको पैसा गिर जाने की बात कहते थे। जिसके बाद वह व्यक्ति पैसे उठाने के लिए झुकता तो इस गैंग के दुसरा साथी उस व्यक्ति का बैग छीन कर अथवा उसमें से रुपया चोरी कर लेते थे। इनका तीसरा साथी पीड़ित के साथ मिल कर आरोपियों को तलाशने की बात करते और आरोपियों के उलट दिशा में उसको लेकर जाते कि साथी उसके आराम से फरार हो जाए।

हमारी निष्पक्ष पत्रकारिता को कॉर्पोरेट के दबाव से मुक्त रखने के लिए आप आर्थिक सहयोग यदि करना चाहते हैं तो यहां क्लिक करें


Welcome to the emerging digital Banaras First : Omni Chanel-E Commerce Sale पापा हैं तो होइए जायेगा..

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *