लूटना चाहते थे ललित की दूकान, रहे नाकाम तो उसके भाई की दूकान सहित दो दुकानों पर किया लुट, सपा ने साधा भाजपा पर निशाना

तारिक़ खान

प्रयागराज: शहर के सरिया के बड़े कारोबारी आरपी गुप्ता और उनके भाई की दुकानों से बुधवार शाम तीन नकाबपोश बदमाश छह लाख पांच हजार रुपये लूटकर फरार हो गए। लुटेरों को पकड़ने के लिए मजदूरों ने पथराव भी किया लेकिन बिना नंबर की बाइक से बदमाश मेयोहाल की ओर भाग निकले। सीसीटीवी फुटेज की मदद से पुलिस लुटेरों की तलाश में जुट गई है।

मिली जानकारी के अनुसार कटरा में मनमोहन पार्क के पास सरिया कारोबारी आरपी गुप्ता की चौदहराना आयरन ट्रेडर्स के नाम से दुकान है। उसी के बगल में उनके छोटे भाई ललित मोहन की लक्ष्मी ट्रेडर्स के नाम से सरिया की दुकान है। बुधवार शाम 7: 20 बजे बाइक सवार तीन नकाबपोश बदमाश आए और ललित मोहन की दुकान में घुस गए। उस वक्त दुकान में चार कर्मचारी थे। बदमाशों ने पिस्टल और तमंचा सटाकर गल्ले से पांच हजार रुपये लूट लिए।

इसके बाद एक बदमाश वहीं रुक गया। बाकी दो बदमाश बगल में आरपी गुप्ता की दुकान में पहुंचे। वहां पर आरपी गुप्ता के भतीजे प्रियंक समेत अन्य कर्मचारी थे। दोनों बदमाशों ने उनको गन प्वाइंट पर ले लिया और गल्ले में रखे लगभग छह लाख रुपये लूटकर बाइक से भाग निकले। लूट की सूचना मिलते ही एसएसपी समेत अन्य पुलिसकर्मी पहुंच गए और छानबीन की। एसएसपी शैलेष पांडेय का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज की मदद से पुलिस टीम छानबीन कर रही है। अज्ञात लुटेरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा रही है। लूट के खुलासे के लिए क्राइम ब्रांच की टीम भी लगा दी गई है।

वही कटरा में सरिया की दो थोक दुकानों से लूट करने वाले बदमाशों के निशाने पर व्यापारी ललितमोहन गुप्ता की दुकान थी। दुकान में भारी मात्रा में नकदी होने की सटीक मुखबिरी पर वह पहुंचे थे। हालांकि वहां पांच हजार रुपये ही मिलने पर उन्होंने उनके भाई की दुकान लूट ली। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बदमाश अपाचे बाइक पर सवार होकर पहले सीधे ललितमोहन की दुकान पर पहुंचे। भीतर घुसते ही उन्होंने ऑफिस में बैठे व्यापारी के बेटे अभिनव पर असलहा तान दिया और काउंटर खोलने को कहा। उस वक्त काउंटर में सिर्फ पांच हजार रुपये थे जिसे देखकर बदमाश उन्हें गालियां देने लगे।

इसके बाद पांच हजार रुपये समेटकर वह बाहर निकले और बाइक के पास खड़े तीसरे साथी से चलने को कहा। साथ ही उससे यह भी बताया कि सिर्फ पांच हजार रुपये ही मिले। इस पर तीसरे साथी ने बगल स्थित व्यापारी के भाई की दुकान की ओर उंगली से इशारा किया। इसके बाद ही दोनों बदमाश वहां पहुंचे और नकदी लूटकर भाग निकले। मौके पर पहुंचे पुलिस अफसरों ने पूछताछ शुरू की तो इसका खुलासा हुआ। अभिनव ने बताया कि बदमाशों के आने से कुछ मिनट पहले तक उसकी दुकान पर बिक्री का नौ लाख रुपये था। किस्मत अच्छी थी कि इसे उसने अपने घर भेजवा दिया था।

वही बदमाशों ने घटना को जिस तरह से अंजाम दिया, उससे पुलिस का मानना है कि इसे सटीक मुखबिरी पर अंजाम दिया गया। भुक्तभोगियों से पूछताछ के बाद यह भी तय माना जा रहा है कि मुखबिरी व्यापारी ललितमोहन की दुकान पर लूट के लिए ही की गई थी। जिसने भी मुखबिरी की, उसे अच्छी तरह से मालूम था कि दुकान पर इस समय अच्छी खासी रकम मौजूद रहती है। ऐसे में कर्मचारी भी शक के रडार पर हैं। पुलिस दोनों दुकानों के कई कर्मचारियों को हिरासत में लेकर पूछताछ में जुटी रही। सीसीटीवी फुटेज की जांच पड़ताल में यह बात सामने आई है कि वारदात के बाद लुटेरे म्योहाल की ओर भागे। यह भी पता चला है कि इससे पहले वह मनमोहन पार्क चौराहे की ओर से दुकान पर आए थे।

सूत्रों का कहना है कि लुटेरों ने जिस तरह से वारदात की, उससे इस बात की पूरी आशंका है कि वह स्थानीय रहे हों। दरअसल तीनों बदमाशों ने अपना चेहरा नकाब से ढंक रखा था। सूत्रों का कहना है कि इससे पता चलता है कि उन्हें अपने पहचाने जाने का डर था। यह उसी दशा में संभव है जबकि बदमाश स्थानीय हों। पुलिस फुटेज के सहारे बदमाशों की तलाश में जुटी है।

लुट की घटना पर समाजवादी पार्टी ने ट्वीट कर बीजेपी पर साधा निशाना

प्रयागराज में हुई लुट की घटना पर समाजवादी पार्टी ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया है। ट्वीट कर लिखा है कि “तमंचाधारी इन लुटेरो के सर पर बंधे युवा वाहिनी वाले रंग के गमछे और टोपी से लुटेरो का संगठन पहचान लें, जिन्होंने लुट की वे भी भाजपा समर्थक मालूम पड़ते है और जिनके यहाँ लुट हुई वे भी भाजपाई है, योगी जी..! @NandiGuptaBJP क्या ये लूटमार का भाजपाई “ईज ऑफ़ डूइंग बिजनेस” मॉडल है?

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