वाराणसी – जिलाधिकारी के सूझबूझ ने बचाया कई आम नागरिको की जान
पेट्रोल पंप पर लगी आग से घबराकर जब लोग जान बचाकर भागे, तो जिलाधिकारी ने संभाला मोर्चा
पेट्रोल पंप एवं आसपास के क्षेत्र को लाक्षागृह बनाने से जिलाधिकारी ने बचाया
वाराणसी/दिनांक 26 जून 2017. लहुराबीर स्थित पेट्रोल पंप पर सोमवार को सुबह पेट्रोल भरवाते समय बाइक में लगी अचानक आग से पूरे क्षेत्र में जब भगदड़ की स्थिति बनी, तो जिलाधिकारी योगेश्वर राम मिश्र ने स्वयं मोर्चा संभालते हुए आग को काबू में किया।
हुआ यूं कि सोमवार को प्रातः लहुराबीर स्थित पेट्रोल पंप पर पेट्रोल भरवाते समय अचानक एक बाइक आग के गोले में तब्दील हो गया। जिससे पेट्रोल पंप पर पेट्रोल भरवा रहे अन्य लोगों एवं पंप कर्मचारियों में अफरा-तफरी मच गया। लोग आग को बुझाने की बजाए, अपनी-अपनी बाइक छोड़ जान बचा भाग खड़े हुए। जिससे क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया। तभी कबीरचौरा स्थित राजकीय महिला चिकित्सालय में निर्माणाधीन मैटरनिटी विंग के कार्यो का स्थलीय निरीक्षण करने जा रहे उधर से गुजरते जिलाधिकारी योगेश्वर राम मिश्र की नजर जैसे ही पेट्रोल पंप की ओर से भाग रहे लोगों एवं पेट्रोल पंप पर आग का गोला बनी बाइक पर पड़ी। उन्होंने झट अपनी गाड़ी रुकवा पंप की ओर दौड़े। उन्होंने अपने साथ चल रहे सुरक्षाकर्मियों के माध्यम से स्वयं आग की गोले में तब्दील बाइक को बांस के सहारे पेट्रोल पंप से धकेलकर सड़क पर किया तथा पेट्रोल पंप पर लगे अग्निशमन यंत्र से बाइक में लगी आग को बुझवाया। लोग सड़क पर दूर-दूर खड़े होकर तमाशाई बने रहे और जिलाधिकारी आग को बुझवाते रहे। आग पर काबू पाने पर जिलाधिकारी सहित लोगों ने राहत की सांस ली। घटना से सहमे आसपास के लोगों में जोरदार चर्चा रहा कि यदि जिलाधिकारी मौके पर न पहुंचे होते, तो निश्चित रूप से पेट्रोल पंप सहित आसपास का क्षेत्र लाक्षागृह अवश्य बन गया होता। क्योंकि पेट्रोल पंप पर पेट्रोल से भरा टैंकर भी मौजूद रहा और यदि पेट्रोल पंप एवं पेट्रोल पंप पर मौजूद टैंकर आग की चपेट में आता, तो निश्चित रुप से वाराणसी में आगजनी से होने वाला यह बहुत बड़ा हादसा होता। किंतु जिलाधिकारी की तत्परता एवं उनकी सूझ-बूझ ने शहर को बहुत बड़ी आगजनी की घटना से बचाया। मौके पर मौजूद लोगों ने जिलाधिकारी के इस कार्य की प्रशंसा भी कर रहे थे।