शुरू हुआ सोनाडीह मेला, गधो और खच्चरों की लगी मंडी
उमेश गुप्ता
बिल्थरारोड(बलिया)। क्षेत्र के सोनाडीह गांव में गधों का मेला प्रारंभ हो गया। मेले में लखनऊ से लगाई नेपाल के व्यवसाय अपने गधे की बिक्री के लिए सोनाडीह पहुंचे हुए है। मेला में गधे व खच्चर की कीमत उनकी साइज व नस्ल के हिसाब से होता है। एक पखवारे तक चलने वाले इस मेले में गधों एवं खच्चर 30 हजार से एक लाख तक की बोली लगाई जाती है। सोनाडीह में गधा और खच्चरो का मेला शुरू हो गया है।
प्रत्येक वर्ष पितृपक्ष मैं एक पखवारे तक चलने वाले मेले में गैर प्रांत से गधों और खच्चरो की खरीदी बिक्री करने वाले बड़े पैमाने पर भीड़ जुटती रही है। मेले के शुरू होने के साथ ही अन्य स्थानों पर भी गधा और खजूरों का खरीद फरोख्त करने वाले व्यवसायियों का आने का सिलसिला जारी है। मेला में विभिन्न प्रकार की नस्लों के गदा और खतरों के लिए बोली लगती है या बोली 30 हजार से शुरू होकर लाख रुपए तक पहुंचती है। मेले में आए व्यापारी बलिया जिला के बसंतपुर निवासी श्री भगवान ने बताते है। कि यह मेला 17 वर्ष से प्रत्येक वर्ष लग रहा है। और मैं इस मेले में चौथी बार आया हुआ हूं।
लखनऊ के चिन्हत से आए व्यापारी दलाल का कहना है की वह इस मेले के अलावा अन्य जगहों पर लगने वाले गधों के मेले में भी शिरकत करते हैं। कहां इस बार भी वह तीस चालीस माल लेकर यहां आए हुए हैं। बता दें की एक पखवारे तक चलने वाले मेले में करोड़ो रूपए का लेन देन होता है। कई राज्यों से आए हुए। व्यापारी मेले मैं नेपाल के अलावा महाराष्ट्र उत्तराखंड बिहार कानपुर इलाहाबाद लखनऊ समेत आसपास के जनपद से भी भारी संख्या में व्यापारी पहुंचते हैं व्यापारियों ने बताया कि प्रत्येक वर्ष कम से कम आधा दर्जन से अधिक गधों और खच्चरो कि खरीदी बिक्री मेले में कर लेते हैं। व्यापारियों के आने से मेला में चहल पहल बढ़ गई है। खास बात यह है। की तीन दशक से अधिक समय से चलने वाले मेले में व्यापारियों के ठहरने की कोई व्यवस्था नहीं है। इसके बावजूद भी मेले में रौनक बरकरार रहता है