सबसे बड़ी सोशल नेटवर्किंग साईट ट्वीटर पर परोसी जा रही पोर्न वीडियो और चाइल्ड पोर्न वीडियो, महिला आयोग चेयरमैन स्वाति मालिवान ने ट्वीट कर जताया आपत्ति
तारिक़ आज़मी/शाहीन बनारसी
डेस्क: दिल्ली महिला आयोग की चेयरपर्सन स्वाति मालिवान की एक ट्वीट ने आज संभ्रात वर्ग का अपने तरफ ध्यानकर्षण करवाया है। स्वाति मालिवान ने एक स्क्रीन शॉट ट्वीट करते हुवे लिखा है कि “सोती हुई बच्चियों के साथ बलात्कार की वीडियो और फोटो भी ट्वीटर पर शेयर किया जा रहा है।” स्वाति के इस ट्वीट के बाद सोशल नेटवर्किंग साईट ट्वीटर के तरफ से तो कोई पोस्ट और रिप्लाई नही आया है। मगर इसको लेकर सोशल साईट पर एक डिबेट चालू हो गई है कि आखिर कौन लोग है जो इस प्रकार की वीडियो और फोटो को देखना पसंद कर रहे है और इसमें से कितने इंडियन है।
सर्च करके देखा जाए तो ट्वीटर पर ऐसी काफी प्रोफाइल है जो इस प्रकार के पोर्न वीडियो और फोटो शेयर कर रहे है। हालत तो ऐसी है कि 10 रुपया या फिर 20 रुपया की कीमत पर ऐसे व्हाट्सअप ग्रुप में जुड़ने के आफर भी भरे पड़े है। इन प्रोफाइल को अगर ध्यान से देखे तो काफी ऐसी प्रोफाइल है जिसमे फलोवार्स की ताय्दात लाखो में है। इन प्रोफाइल पर पोर्न मूवी से लेकर अश्लील सामग्रियों की भरमार है। ऐसी भी आपको वीडियो इन प्रोफाइल पर मिल जायेगी जिसको देखने से प्रतीत हो जायेगा कि ये हिडन कैमरे से बनी हुई है। इसके बाद आपके ज़ेहन में सवाल उठेगा कि आखिर इसका हल क्या है। हल तो हमको भी नही मालूम मगर ट्वीटर जैसे प्रतिष्ठित सोशल नेटवर्किंग पर इस तरीके की अश्लीलता परोसा जाना वाकई में अचम्भे की बात है।
सोती हुई बच्चियों के साथ बलात्कार की वीडियो और फोटो भी TWITTER पर शेयर की जा रही है। #Twitter pic.twitter.com/X5SHA9A2ml
— Swati Maliwal (@SwatiJaiHind) September 20, 2022
क्या कर रही निगरानी समितियां
दिल्ली में हुवे दामिनी काण्ड के बाद से महिला सुरक्षा की काफी कवायद हुई। महिला सुरक्षा के लिए कई नियम बने। इसी क्रम में एक निगरनी समिति हर जिला स्तर और ब्लाक स्तर पर बनी थी। हर एक समिति में जिला स्तर पर जिलाधिकारी अध्यक्ष बने और उस जिले की जीजीआईसी प्रिंसिपल, महिला समाजसेविका, और कुछ पत्रकार थे।
समिति का काम ऐसे टीवी प्रोग्राम पर नज़र रखना, ऐसी वेब साईट पर नज़र रखना था जो अश्लीलता फैला रही हो अथवा महिला हिंसा को बढ़ावा दे रही हो। मगर एक हकीकत ये भी है कि किसी जनपद में इस निगरानी समिति की बैठक हुई हो ऐसा कोई संज्ञान में मामला नही है। मंत्रालय द्वारा कुछ वेब साईट और युट्यूब चैनलों पर प्रतिबन्ध लगे मगर ये सभी देश विरोधी और समाज विरोधी थे। इस प्रकार की किसी वेब-साईट अथवा किसी सोशल मीडिया अकाउंट पर कोई कार्यवाही हुई हो ये जानकारी में तो नही है।
बहरहाल, आज स्वाति मलिवान ने इस मुद्दे को उठाया है। ट्वीटर इस प्रकार की क्या एक्शन लेता है क्या नही लेता है ये तो बाद की बात है। मगर एक हकीकत है कि ऐसे प्रोफाइल को फालो करने वालो की सोच पर भी तरस खाने की ज़रूरत है। जो ऐसे वीडियो और फोटो को देखने की तलब रखते है।