इस खबर को पढ़कर आप भी कह उठेगे, “चवन्नी की मुर्गी और बारह आने का मसाला”
तारिक आज़मी
डेस्क: आपने अभी तक सिर्फ यही सुना होगा कि, किसी व्यक्ति का बिजली बिल लाखों रुपये में आया है, लेकिन क्या आपने कभी किसी कार रिपेयरिंग का बिल उसकी कीमत से 2 गुना तक आते देखा है? यूं तो किसी भी सामान को रिपेयर कराने का कितना ही खर्चा बनता होगा? मगर उस समान के कीमत का दूना तो कम से कम नही हो सकता है। इस दौरान किसी सामान को ठीक करवाने या फिर मरम्मत करवाने की कीमत उस सामान से दोगुनी होना इस कहावत को चरितार्थ करता है कि चावंन्नी की मुर्गी और बारह आने का मसाला।
ऐसा ही कुछ हुआ है बेंगलुरु अनिरुध्ह गणेश के साथ। जिनकी कार का रिपेयरिंग बिल 22 लाख रुपया आ गया। जबकि उनके कार की कीमत ही कुल 11 लाख रुपये है। इस बात की जानकारी खुद पोलो के मालिक अनिरुद्ध गणेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म लिंक्डइन पर दी है। बेंगलुरु के रहने वाले एमेजॉन में प्रोजेक्ट मैनेजर के तौर पर कार्यरत अनिरुद्ध गणेश ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर बताया कि, उन्होंने अपनी कार को रिपेयर होने के लिए रिपेयरिंग सेंटर भेजा था।
उन्होंने बताया कि, कार की कीमत 11 लाख रुपये है, लेकिन कार रिपेयरिंग सेंटर ने उन्हें 22 लाख का बिल थमा दिया, जिसके बाद उन्होंने बीमा कंपनी से भी संपर्क साधा। हैरानी की बात तो यह है कि, सर्विस सेंटर ने डैमेज कार के लिए दस्तावेज तैयार करने के एवज में उनसे ही 44,840 रुपये की मांग कर डाली। बताया जा रहा है कि, अनिरुद्ध गणेश ने दोबारा से ई-मेल भेजकर फॉक्सवैगन मैनेजमेंट को अपनी समस्या बताई, जिसके बाद कंपनी ने इस मामले को 5 हजार रुपये में सेटल कर दिया, जिसके बाद से अनिरुद्ध गणेश का पोस्ट सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है और लोग मजेदार कमेन्ट कर रहे है।