मासूम बच्चे विराट हत्याकांड का किया कानपुर पुलिस कमिश्नरेट के बादशाहीनाका पुलिस ने खुलासा, हत्यारोपी धरमवीर यादव चढ़ा पुलिस के हत्थे, इस मामूली वजह से किया था ज़ालिम ने मासूम की हत्या
आदिल अहमद/मो0कुमेल
कानपुर: थाना बादशाहीनाका क्षेत्र के सब्जी मंडी में विगत दिनों पहले दिल दहला देने वाली घटना से पूरे शहर में सनसनी फैल गई थी। बीते 11 अक्टूबर को 5 वर्षीय विराट सोनकर के परिजनों ने स्थानीय थाना पर विराट की गुमशुदगी दर्ज कराई थी। जिसके बाद पुलिस ने 5 वर्षीय विराट सोनकर की तलाश शुरू कर दी। लेकिन विराट के बारे में पुलिस को कोई भी जानकारी नही मिल पायी। गुमशुदगी दर्ज होने के ठीक चार दिन बाद विराट का शव पास के ही सार्वजनिक शौचालय में बरामद हुआ।
बच्चे की हत्या का मामला सामने आने के बाद कानपुर कमिशनरेट पुलिस के हाथ पांव फूल गए और शहर में सनसनी फैल गई। खबरनवीसी ने भी जमकर कानपुर कमिश्नरेट पुलिस के मुखालिफ लिखा और कानपुर के क्राइमपुर की तरफ बढ़ने की बाते होने लगी। प्रशासन अपनी किरकिरी होती देख पुलिस कमिश्नर कानपुर ने इस हत्याकाण्ड के खुलासे हेतु 6 टीमों का गठन किया और हत्यारोपी की तलाश शुरू कर दी। आखिर आज पुलिस को कामयाबी मिली और बादशाहीनाका पुलिस ने हत्यारोपी अभियुक्त धर्मवीर यादव को गिरफ्तार कर हत्या का सफल खुलासा कर दिया है।
हत्यारोपी धर्मवीर यादव ने पुलिस को अपने बयान में बताया कि वह लगभग दो माह से सुलभ शौचालय सब्ज़ी मण्डी पर तैनात हैं। सुलभ शौचालय, रैन बसेरा व आस पास की गलियों में भीम सोनकर व उसके भाई के बच्चे काम करते वक़्त लगातार परेशान करते थे और भद्दी-भद्दी गालियां देते थे। इस बात की शिकायत मैंने भीम व उसके भाई से भी की थी। परन्तु उन लोगो ने भी उल्टे मुझे गालियां दी। इस बात से मुझे गुस्सा आ गया था। 11 अक्टूबर के दिन भी भीम का लड़का विराट मुझे काम नही करने दे रहा था। मैं परेशान हो गया, मुझे गुस्सा आ गया। मैंने विराट का पहले तो गला पकड़ा फिर उठा के पटक कर उसे मार दिया।
अभियुक्त धर्मवीर यादव पुत्र पारसनाथ यादव, अतौलिया थाना मानिकपुर ज़िला प्रतापगढ़ का रहने वाला है। पुलिस ने उसको धारा 364/302/201 व 3(2)V SC/ST Act के अंतर्गत बुक कर अग्रिम विधिक कार्यवाही शुरू कर दिया है। गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में थाना प्रभारी बादशाहीनाका सुभाष चन्द्र, एसआई गिरीश चन्द्र, सन्दीप कुमार, हे0 कॉ0 शिवराम सिंह, विजय कुमार सिंह, कां0 हरिओम, अरविन्द सिंह शामिल थे।