प्रयागराज में प्लेटलेट्स की जगह कथित रूप से मुसम्मी का जूस चढाने से हुई मरीज़ की मौत प्रकरण में एक्शन मोड़ में आया प्रशासन, हुई अब तक ये कार्यवाही
तारिक खान
प्रयागराज: डेंगू पेशेंट को प्लेटलेट्स की जगह कथित रूप से मुसम्मी का जूस चढ़ाने की वजह से जान गंवाने का मामला अब और भी बढ़ता जा रहा है। पुलिस ने इस मामले में 3 लोगो को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दिया है वही अस्पताल को सील कर दिया गया है। जो भी इस घटना को जान रहा है वह सिर्फ अवाक् ही रह जा रहा है कि आखिर चंद रुपयों की कमाई के लिए कोई कैसे किसी की जान का दुश्मन बन सकता है।
यह सनसनीखेज मामला प्रयागराज के झलवा इलाके से जुड़ा है। डेंगू होने के चलते मरीज़ प्रदीप कुमार पाण्डेय को एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। आरोप है कि यहीं मरीज को प्लेटलेट्स की जगह मौसमी का जूस चढ़ा दिया गया, जिससे उसकी जान चली गई। मामले के सोशल मीडिया में आने के बाद प्रशासन ने अस्पताल को सील कर दिया है। ताज़ा मिल रही जानकारी के अनुसार पुलिस ने पूछताछ हेतु तीन लोगो को हिरासत में भी लिया है।
इस सम्बन्ध में मृतक प्रदीप कुमार पाण्डेय के साले सौरभ त्रिपाठी ने बताया कि जब उसके जीजा प्रदीप कुमार पाण्डेय की प्लेटलेट्स घटने लगी और 12-13 हज़ार तक पहुंच गई तो अस्पताल के डॉक्टरों ने उनसे 8 यूनिट प्लेटलेट्स का इंतजाम करने को कहा। इसके बाद प्रदीप कुमार पाण्डेय के परिजनों ने 3 यूनिट प्लेटलेट्स मैनेज किए। इससे प्रदीप की हालत में थोड़ा सा सुधार हुआ लेकिन बाकी पांच यूनिट प्लेटलेट्स नहीं मिल पा रहे थे। इस दौरान अस्पताल की बिल्डिंग के मालिक के बेटे सतीश साहू ने उनसे 5 यूनिट प्लेटलेट्स का इंतज़ाम करने के बदले में 25 हज़ार रुपये की मांग की।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
सौरभ त्रिपाठी का आरोप है कि हारकर प्रदीप के घर वालों ने सतीश साहू से 25000 रुपये में 5 यूनिट प्लेटलेट्स खरीद लिए, लेकिन जब प्रदीप को प्लेटलेट्स चढ़ने लगा तो उनकी हालत बिगड़ने लगी और अस्पताल प्रबंधन ने हाथ खड़े कर दिए। अस्पताल की तरफ प्रदीप को कहीं और ले जाने को कहा जाने लगा। प्रदीप के घर वाले 18 अक्टूबर को उन्हें दूसरे निजी अस्पताल में लेकर पहुंचे लेकिन अब तक प्रदीप की हालत बहुत बिगड़ चुकी थी। प्रदीप की किडनी डैमेज हो चुकी थी। कई नसें फट चुकीं थीं। इस दौरान 25 हज़ार रुपये में खरीदे गए 5 यूनिट प्लेटलेट्स में से बची एक यूनिट प्लेटलेट्स प्रदीप के घर वालों ने उस निजी अस्पताल के डॉक्टरों को दिखाया तो उन्होंने कहा इसमें प्लेटलेट्स नहीं है, बल्कि प्लेटलेट्स की जगह मौसमी का जूस है और केमिकल भी मिला हुआ है।
दरअसल, प्रयागराज में डेंगू फैलने के बाद इन दिनों यह धंधा जोरों पर चल रहा है। लोग प्लेटलेट्स की कालाबाजारी तो कर ही रहे हैं। साथ ही प्लेटलेट्स की जगह केमिकल मिला मौसमी का जूस भी डेंगू पेशेंट को बेच रहे हैं। इस दौरान प्रदीप की हालत लगातार बिगड़ती गई और 19 अक्टूबर को प्रदीप की मौत हो गई। प्रदीप की उम्र महज 32 साल थी और उनका भरा पूरा परिवार था। प्रदीप के साले सौरभ त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील की है कि वह इस मामले में हस्तक्षेप करें और दोषियों को सजा दिलाएं।
वहीं, इस घटना के सोशल मीडिया पर वायरल होने पर जिला प्रशासन हरकत में आ गया। सीएमओ ने मामले को संज्ञान में लेते हुए आज दो डॉक्टरों की जांच टीम गठित कर दी। उस जांच टीम ने मरीज को मौसमी का जूस और केमिकल चढ़ाने वाले अस्पताल के संचालक का बयान लिया। इसके साथ ही सौरभ से भी मामले की पूरी जानकारी ली है। देर रात मिल रहे समाचार के अनुसार उक्त अस्पताल को सील कर दिया गया है और दूसरी तरफ पुलिस ने मामले में तीन लोगो को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।