बिहार ज़हरीली शराब काण्ड: मृतको की संख्या हुई 66, विधानसभा में तेजस्वी के बयान के दौरान विपक्षी विधायको ने उठाई कुर्सियां
अनिल कुमार
पटना: बिहार में ज़हरीली शराब से होने वाली मौत का सिलसिला जारी है। मृतको की संख्या बढती ही जा रही है। अब तक ज़हरीली शराब से 66 लोगो की मौत हो चुकी है। मरने वालो की सूची में महिला का नाम भी शामिल है। बताते चले कि सारण के मशरक के आधा दर्जन गांवों में मंगलवार से शुरू हुआ मौतों का सिलसिला थम नहीं रहा। शुक्रवार दोपहर तक यह आंकड़ा 66 पहुंच गया। मरने वालों की सूची में शुक्रवार को पहली महिला का भी नाम शामिल हो गया। सूची में मृतको के नाम-
- अजय गिरी (पिता- सूरज गिरी, बहरौली),
- चंदेश्वर साह (पिता- भिखार साह, बहरौली),
- जगलाल साह (पिता- भरत साह, बहरौली)
- अनिल ठाकुर (पिता- परमा ठाकुर, बहरौली)
- सीताराम राय (पिता- सिपाही राय, बहरौली)
- एकरारुल हक (पिता- मकसूद अंसारी, बहरौली)
- दूधनाथ तिवारी (पिता- महावीर तिवारी, बहरौली)
- शैलेंद्र राय (पिता- दीनानाथ राय, बहरौली)
- हरेंद्र राम (पिता- गणेश राम, मशरक तख्त),
- नासिर हुसैन (पिता- समसुद्दीन, मशरक तख्त),
- भरत राम (पिता- मोहर राम, मशरक तख्त),
- भरत साह (पिता- गोपाल साह, शास्त्री टोला),
- रामजी साह (पिता- गोपाल साह, शास्त्री टोला),
- कुणाल सिंह (पिता- यदु सिंह, यदु मोड़),
- मनोज राम (पिता- लालबाबू राम, दुगरौली),
- गोविंद राय (पिता- घिनावन राय, पचखण्डा),
- रमेश राम (पिता- कन्हैया राम, बेन छपरा)
- जयदेव सिंह (पिता- बिंदा सिंह, बेन छपरा),
- ललन राम (पिता- करीमन राम, शियरभुक्का),
- संजय कुमार सिंह (पिता- वकील सिंह, डोइला, इसुआपुर),
- अमित रंजन उर्फ रिनू (पिता- द्विजेंद्र सिन्हा, डोइला, इसुआपुर)
- बिचेंद्र राय (पिता- नरसिंह राय, डोइला, इसुआपुर)
- प्रेमचंद साह (पिता- मुनिलाल साह, रामपुर अटौली, इसुआपुर),
- दिनेश ठाकुर (पिता- अशर्फी ठाकुर, महुली, इसुआपुर),
- दशरथ महतो, केसर महतो, डोयला, इसुआपुर
- उपेंद्र राम (पिता- अक्षलाल राम, अमनौर)
- उमेश राय (पिता- शिवपूजन राय, अमनौर)
- सलाउद्दीन मियां (पिता- वकील मियां, अमनौर),
- विक्की महतो (पिता- सुरेश महतो, मढ़ौरा),
- मुकेश शर्मा (पिता- बच्चा शर्मा, मशरक),
- मंगल राय (पिता- गुलराज राय, मशरक),
- चंद्रमा राम (हेमराज राम, मशरक),
- जतन साह (पिता- कृपाल साह, घोघिया, मशरक)
- जय प्रकाश सिंह (पिता- बृजभूषण सिंह, गोपालबाड़ी)
- विश्वकर्मा पटेल (पिता- श्रीनाथ पटेल, मशरक)
- सुरेन साह (पिता- जतन साह, घोघिया, मशरक)
- चंद्रेश्वर साह (पिता- भिखारी साह, बहरौली, मशरक)
- रंगीला महतो (लालापुर, मढ़ौरा)
- रमेश महतो, (पिता- यमुना महतो, लालापुर, मढ़ौरा)
- विक्रम राज (पिता- हरिनारायण प्रसाद, खरौनी, मढ़ौरा)
- सुरेंद्र महतो (पिता- जमुना महतो, लालापुर, मढ़ौरा)
- सुरेंद्र सिंह (मनी सिरिसिया, अमनौर)
- विनोद शर्मा (लाला टोला, मढ़ौरा)
- धूपनाथ सिंह (पिता- बाबूलाल सिंह , घोघिया मशरक)
- मुकेश कुमार राम (पिता- चंद्रिका राम, मनी सिरसिया, अमनौर)
- मुकेश कुमार शर्मा (पिता- बच्चा शर्मा, हनुमानगंज, मशरक)
- नरेश साह (पिता- फुलेना साह, बहरौली मशरक)
- विक्की कुमार (पिता- बहादुर महतो, चहपुरा, मशरक)
- जयनारायण राय (पिता- स्व जगन्नाथ राय, मनी सिरसिया, अमनौर)
- हरेराम सिंह (पिता- राजेंद्र सिंह, घोघिया मशरक)
- मोहन प्रसाद यादव (पिता- रामजतन प्रसाद, घोघिया मशरक)
- कन्हैया सिंह (पिता- रामलाल सिंह, गोपालबाड़ी मशरक)
- विक्की महतो (पिता- लालबाबू महतो, चहपुरा, इसुआपुर)
- वीरेंद्र राम (पिता- स्व. रूपन राम, डुमरी छपिया, तरैया)
- नथुनी राम (पिता- स्व. वृक्षा राम, डुमरी छपिया, तरैया)
- बृजेश कुमार राय (पिता- नगीना राय, बहरौली, मशरक)
- चमचम साह (पिता- मथुरा साह, बहरौली, मशरक)
- कमलेश साह, (पिता- मथुरा साह, बहरौली, मशरक)
- प्रेम तिवारी (पिता- सीताराम तिवारी, शास्त्री टोला, मशरक)
- सूरज साह, (पिता-मथुरा साह, बहरौली, मशरक)
- मंजू देवी (पति- नन्हकू राय, डोइला, इसुआपुर)
- अभय गिरी (पिता- राजदेव गिरी, सिसवां, इसुआपुर)
- राकेश सिंह (पिता- भरत सिंह, सिसवां, इसुआपुर)
- मिथिलेश कुमार (पिता- राजनाथ राय, सिसवां, इसुआपुर)
- हरिकिशोर राय (पिता- मोख्तार राय, चकहन, इसुआपुर)
- बलि सिंह (पिता- सूरन सिंह, चकहन, इसुआपुर)
वही बिहार में ज़हरीली शराब से हो रही मौतों के बीच सियासत भी बड़ी तेज़ी से गर्म हो रहा है। पक्ष-विपक्ष एक दुसरे को घेरने में लगे है। बिहार विधानसभा में आज तीसरे दिन भी ज़हरीली शराब के मामले को लेकर ज़बरदस्त हंगामा हुआ। यहाँ तक कि विपक्षी विधायको ने कुर्सी तक उठा लिया। बताते चले कि आज तीसरे दिन विधानसभा में जैसे ही तेजस्वी यादव ने बोलना शुरू किया, वैसे ही विपक्षी विधायको ने कुर्सी उठा ली और विधानसभा में हंगामा शुरू कर दिया। मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा नेताओं ने इस मुद्दे पर सदन में जमकर नारेबाजी की। वहीं नीतीश कुमार के “जो पियेगा, वो मरेगा” वाले बयान पर विपक्ष उनसे माफी की मांग कर रहा है।
दूसरी ओर नीतीश कुमार ने विपक्ष को जवाब देते हुए कहा कि शराब से मौत पर कोई मुआवजा नहीं मिलेगा। शराब पीकर मृत्यु पर हम उसे सहायता राशि देंगे? ये सवाल ही नहीं पैदा होता।।।इसलिए यह बातें सही नहीं है। जब हम संसद का चुनाव लड़ते थे तब पार्टियां हमारे साथ नहीं थी फिर भी CPI-CPM के लोग हमारा साथ देते थे।