वाराणसी: संदिग्ध परिस्थितियों में हुई काशी रेलवे स्टेशन के स्टेशन मास्टर, उनकी पत्नी और मासूम बच्चे की मौत, क्या कमरे की अंगीठी बनी जानलेवा ? पुलिस कर रही पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतज़ार
ए0 जावेद
वाराणसी: वाराणसी के काशी स्टेशन पर तैनात स्टेशन मास्टर के पद पर तैनात बिहार के नालंदा नीवासी राजीव रंजन पटेल (33) उनकी पत्नी अन्नू (30) और ढाई साल के मासूम बेटे का शव आवास पर संदिग्ध परिस्थितयो में मिला। सुचना पाकर मौके पर पहुची पुलिस ने तीनो शव को कब्ज़े में लेकर पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया है। घटना स्थल का फारेंसिक टीम ने भी बरीक तरीके से निरिक्षण किया। पुलिस मामले में हर एंगल से छानबीन कर रही है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का इंतज़ार कर रही है।
मिली जानकारी के अनुसार बिहार नालंदा निवासी राजीव रंजन पटेल (33) पिछले सात- आठ साल से उत्तर रेलवे के काशी स्टेशन पर तैनात थे। रेलवे के दूरसंचार विभाग में ईएसएम पद पर कार्यरत राजीव रंजन पटेल (33), पत्नी अन्नू (30) और ढाई साल के मासूम बेटे हर्ष के साथ स्टेशन के पास ही रेलवे कालोनी में रहते थे। रविवार की सुबह 7 बजे से राजीव की ड्यूटी थी मगर राजीव अपनी ड्यूटी पर स्टेशन नहीं पहुचे तो साथी रेलकर्मियो ने उनके मोबाइल पर संपर्क किया, जो बंद बता रहा था।
शंका होने पर रेलकर्मी राजीव के आवास पर पहुंचे तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था और खटखटाने पर काफी देर तक दरवाजा नहीं खुला। जिसके बाद किसी अनहोनी की आशंका में रेलकर्मियो ने स्थानीय आरपीएफ को इसकी सूचना दी। मौके पर पहुची आरपीएफ दरवाजा तोड़ अंदर दाखिल हुई तो कमरे के अंदर तीनों मृत अवस्था में बेड पर पड़े मिले। यह जानकारी मिलते ही अन्य साथी रेलकर्मी भी मौके पर पहुंच गए। घटना की सुचना आदमपुर पुलिस को दी गई जिसके बाद आदमपुर थाना प्रभरी इस्पेक्टर अजीत वर्मा, आदमपुर चौकी प्रभारी राजीव रंजन और अन्य पुलिस टीम मौके पर पहुची और मामले में गहनता से जाँच किया। जाँच के क्रम में फॉरेंसिक टीम को भी मौके पर बुलाया गया और फारेंसिक की फिल्ड यूनिट ने भी साक्ष्य संकलित किये। अचानक हुई मौत से साथी स्तब्ध हैं। आदमपुर इंस्पेक्टर अजीत वर्मा ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम हेतु काजगी कार्यवाही की जा रही है। रेलकर्मी के परिजनों को भी सूचना दे गई है। परिजन रवाना हो गए हैं।
घटना स्थल पर कमरे में काफी धुँआ था। जिससे कयास लगाया जा रहा है कि अंगीठी के धुवे से दम घुट सकता है। साथ ही रेलकर्मी के मुह से बिस्तर पर काफी उलटी की स्थिति दिखाई दी। जिससे ज़हर की भी सम्भावना से इंकार नही किया जा सकता है। दरवाज़ा अन्दर से बंद होने पर बाहर से अन्दर जाने का कोई भी अन्य वैकल्पिक मार्ग नही होंने से यह तो समझ में आ रहा है कि घर में बाहर से कोई भी अन्दर नही गया है। पुलिस अभी कुछ भी कहने की स्थिति में नही है। आदमपुर थाना प्रभारी इस्पेक्टर अजीत वर्मा ने बतया कि हर एंगल से जाँच की जा रही है, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट होने के बाद ही जाँच का रुख तय होगा।