मध्य प्रदेश: पन्ना जनपद के देवेंद्रनगर थाने पर रिश्वत लेने की शिकायत पर पहुची थी लोकायुक्त टीम जांच हेतु, इस्पेक्टर को कथित थप्पड़ मारने से शुरू हुआ विवाद और हुई फिर पुलिस और लोकायुक्त टीम के बीच ढिशुम-ढिशुम
आफ़ताब फारुकी
डेस्क: पन्ना जिले के देवेन्द्र नगर थाने में रिश्वत के मामले में जांच के लिए पहुंची लोकायुक्त पुलिस और स्थानीय पुलिस के बीच रविवार देर शाम विवाद हो गया और दोनों ही टीमों के बीच जमकर मारपीट हुई।
जानकारी के अनुसार देवेंद्र नगर थाना क्षेत्र के ग्राम दमन टोला में गत दिवस किसी विवाद पर गोली चलने की घटना घटित हुई थी। जिसमें गोली लगने से तीन लोग घायल हुए थे, जिस पर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया था। मामले में विजय यादव नाम के व्यक्ति को भी आरोपित बनाया गया था। इसमें थाना प्रभारी ज्योति सिह सिकरवार और हवलदार अमर सिंह द्वारा एक लाख रुपये रिश्वत के रूप में नाम काटे जाने को लेकर विजय यादव से मांगे गए थे। मामला 50 हजार रुपये में तय किया गया।
इसके बाद आरोपित विजय यादव ने सागर लोकायुक्त कार्यालय में शिकायत की थी। रविवार को सागर लोकायुक्त पुलिस की टीम ने देवेन्द्र नगर पहुंचकर थाना प्रभारी ज्योति सिह सिकरवार और हवलदार अमर सिंह को 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए उनके निवास से गिरफ्तार किया। कार्रवाई करने के लिए जब लोकायुक्त पुलिस ने निरीक्षक ज्योति सिंह सिकरवार से पुलिस थाना चलने के लिए कहा तो उसके द्वारा मना करने एवं अभद्र व्यवहार करने पर लोकायुक्त निरीक्षक मंजू सिह ने उसे चांटा मार दिया और पुलिस थाना ले आए, जिस पर वहां भी विवाद होने आने लगा।
इसी बीच प्रधान आरक्षक अमर सिंह मौके से फरार हो गया। इसी दौरान देवेन्द्र नगर पुलिस ने देखा कि निरीक्षक को चांटा मार दिया तो वहां के स्टॉप व लोकायुक्त पुलिस में विवाद हो गया। विवाद इतना बड़ा कि दोनों ही टीमों के बीच मारपीट की घटना घटित हो गई। इसमें देवेंद्र नगर पुलिस द्वारा लोकायुक्त डीएसपी राकेश खड़के, निरीक्षक मंजू सिह, आरक्षक आशुतोष व्यास सहित अन्य के साथ मारपीट कर दी गई और घटना के बाद थाना प्रभारी ज्योति सिंह सिकरवार भी वहां से फरार हो गई। मामले की जानकारी अभी उच्च अधिकारियों तक नहीं पहुंची है।