आज है षट्तिला एकादशी, भूल कर भी न करे ये काम अन्यथा भगवान विष्णु हो जायेगे नाराज़
विद्याभूषण मिश्रा
माघ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को षट्तिला एकादशी का व्रत रखने का विशेष महत्व है। कहते हैं, इस दिन जो व्यक्ति भगवान विष्णु के लिए व्रत रखता है पूजा-अर्चना करता है, उके जीवन के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है। इस बार षट्तिला एकादशी आज यानी 18 जनवरी को पड़ रही है।
इस दिन तिल का दान करने का भी विशेष महत्व है। इस दिन तिल का सेवन करने का भी विशेष विधि-विधान है। इस साल षट्तिला एकादशी का व्रत दिनांक 18 जनवरी 2023 को रखा जाएगा। तो आइए आज हम आपको अपने इस बताएंगे कि षट्तिला एकादशी के दिन कौन सी भूलकर भी नहीं करनी चाहिए, जिससे भगवान विष्णु आपसे नाराज भी हो सकते हैं। इसके अलावा एकादशी के दिन कौन सा काम मुख्य रूप से करना चाहिए।
षट्तिला एकादशी के दिन भूलकर भी न करें ये काम
- षट्तिला एकादशी के दिन भूलकर भी बैंगन खाने से बचें।
- इस दिन मांस, मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए सभी ब्रह्माचार्य का पालन जरूर करना चाहिए।
- इस दिन भगवान विष्णु का संकल्प लेने के बाद जमीन पर सोना चाहिए।
- इस दिन किसी के लिए भी अपशब्द बोलने से बचना चाहिए। इस दिन झूठ बोलने से भी बचें।
- इस दिन दातुन भी नहीं करना चाहिए, साथ ही पेड़, पत्तियों को तोड़ना भी नहीं चाहिए।
- इस दिन किसी से वाद-विवाद नहीं करना चाहिए।
- क्रोध करने से भी बचना चाहिए।
षट्तिला एकादशी के दिन जरूर करें ये काम
- इस दिन दान करने का विशेष महत्व है। इस दिन तिल की बनी चीजें दान करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है।
- इस दिन तिल का भोग लगाना बेहद शुभ माना जाता है। इस दिन तिल अर्पित करने से मनोकामना पूरी हो जाती है।
- इस दिन व्रत का संकल्प लेने के बाद तिल का उबटन लगाना चाहिए पानी में तिल डालकर स्नान करना चाहिए।
- इस दिन कथा सुनने से तिल का तर्पण करने से पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
- इस दिन भजन-कीर्तन जरूर करना चाहिए। भगवान विष्णु बेहद प्रसन्न होते हैं।