वाराणसी: रोपवे के निर्माण की प्रक्रिया फरवरी से होगी शुरू, महज़ 17 मिनट में पहुचेंगे कैंट से गोदौलिया
ए0 जावेद
वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में एक और नया अध्याय जुड़ने वाला है जो वाराणसी की खूबसूरती में चार चाँद लगाएगा। साथ ही जाम की समस्या से भी राहत मिलेगी। बताते चले कि देश के पहले पब्लिक ट्रांसपोर्ट रोपवे के निर्माण की प्रारंभिक प्रक्रिया फरवरी से शुरू होगी। निर्माण प्रक्रिया शुरू करने के लिए सबसे पहले रोपवे रूट को खाली कराया जाएगा और बिजली के पोल, ट्रांसफार्मर, पेड़ आदि हटाए जाएंगे। इसका खाका तैयार कर लिया गया है। जानकारी के मुताबिक, कैंट से गोदौलिया तक के रूट में फरवरी में जनसुविधाओं की लाइन शिफ्टिंग का कार्य शुरू होगा। इसके लिए शासन से 173 करोड़ रुपये की मांगे गए हैं। रूट के लिए चिह्नित जमीनों के अधिग्रहण की प्रक्रिया भी चल रही है।
कैंट रेलवे स्टेशन से गोदौलिया चौराहे तक 3.75 किमी लंबे रोपवे निर्माण के लिए 1.59 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहीत की जानी है। वीडीए उपाध्यक्ष अभिषेक गोयल ने बताया कि सबसे पहले जनसुविधाओं की लाइन शिफ्ट कराई जाएगी। इसके बाद निर्माण शुरू होगा। एक घंटे के भीतर दोनों दिशाओं से नौ हजार लोग रोपवे की यात्रा कर सकेंगे। कैंट से गोदौलिया तक प्रस्तावित रूट की दूरी 3.75 किलोमीटर है। इस दूरी को तय करने में 17 मिनट का समय लगेगा। इसके लिए 218 केबल कार लगाने की तैयारी रही है। डेढ़ से दो मिनट के भीतर लोगों को केबल कार मिलेंगे।
रोपवे के निर्माण से शहर को जाम की समस्या से निजात मिलेगी। अभी बाहर से आने वाले पर्यटकों और लोगों को जाम से जूझना पड़ता है। जगह-जगह सवारी बदलनी पड़ती है। इसमें 30 मिनट का समय लगता है। जाम लगा तो 45 से 60 मिनट लग जाता है। रोपवे के निर्माण से न केवल समय कम लगेगा बल्कि आसानी से एक जगह से दूसरी जगह लोग आ-जा सकेंगे। वही मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा ने कहा कि रोपवे निर्माण से जाम की समस्या का स्थायी समाधान होगा। सबसे पहले रूट की बाधा दूर की जाएगी। इसका खाका अलग-अलग विभागों ने तैयार किया है।