वाराणसी: आईपी मॉल के सामने हिन्दू जागरण मंच ने “पठान” फिल्म का किया विरोध, दर्शको को ज़बरदस्ती फिल्म देखने से रोके जाने का आरोप
शाहीन बनारसी
वाराणसी: पठान फिल्म रिलीज़ होने से पहले ही चर्चा का केंद्र बन गया था। एक तरफ जहाँ दर्शको की भीड़ सिनेमा हॉल को गुलज़ार कर रही है और थियेटर के अन्दर भी दर्शक ज़बरदस्त धूम मचा रहे है तो वही दूसरी तरफ विरोध है जो थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। फिल्म रिलीज़ होने से पहले ही विवादों के घेरे में आ गया था। इसी क्रम में आज रविवार को वाराणसी के सिगरा स्थित आईपी मॉल के सामने एक बार फिर से हिन्दू जागरण मंच ने “पठान” फिल्म का विरोध किया। कार्यकर्ताओं ने सिगरा स्थित आईपी मॉल के सामने फिल्म के खिलाफ प्रदर्शन किया। साथ ही अभिनेता और निदेशक के विरोध में नारेबाजी की।
पठान फिल्म को लेकर हो रहे इस हंगामे की सूचना के बाद सिगरा स्थित आईपी मॉल के बाहर पुलिस फोर्स को तैनात किया गया। “पठान” फिल्म का विरोध प्रदर्शन के साथ ही हिंदू जागरण मंच के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने फिल्म देखने जा रहे लोगों को भी रोकने की कोशिश की। इस दौरान कार्यकर्ताओं की पुलिस से हल्की नोकझोंक भी हुई। इधर, मॉल के गेट पर प्रदर्शन के कारण कई युवक और युवतियां रेलिंग फांद कर मॉल में जाते दिखे।
विरोध कर रहे हिंदू जागरण मंच के नेताओं ने कहा कि किसी व्यक्ति का विरोध नहीं किया जा रहा है। फिल्म में आपत्तिजनक दृश्य हैं। इसके जरिए हिंदुओं की धार्मिक आस्था को ठेस पहुंचाने और संस्कृति को खराब करने की कोशिश की गई है। जनता सब जानती है। हाल देखिए कि सिनेमा हॉल बिल्कुल खाली है। हमारा विरोध जारी रहेगा।
गौरतलब हो कि “पठान” फिल्म के रिलीज होने से पहले ही फिल्म के पोस्टर को लेकर फिल्म निर्माताओं को और कलाकारों को इसका विरोध का सामना करना पड़ रहा है। पूरा विवाद फिल्म में अभिनेत्री दीपिका पादुकोण द्वारा पहने गए कपड़ों को लेकर है। फिल्म रिलीज तारीख पर बीते बुधवार को भी सिगरा आईपी मॉल के बाहर हिंदू संगठन के कुछ कार्यकर्ता विरोध जताने पहुंचे थे। मॉल के बाहर लगे फिल्म के पोस्टर भी फाड़ डाले थे। एहतियातन सिगरा, छावनी क्षेत्र और भेलूपुर और लक्सा के मल्टीप्लेक्स में पुलिस फोर्स दोपहर से लेकर रात तक मुस्तैद रही थी।
इस सम्बन्ध में सिगरा इस्पेक्टर राजू सिंह ने बताया कि कुछ लोग पठान फ़िल्म का विरोध करने आये थे, उन्होंने फिल्म के किसी सीन को लेकर आपत्तिजनक बताते हुवे ज्ञापन दिया है। किसी को फ़िल्म देखने से रोके जाने की जानकारी या शिकायत नही मिली है।