जाने “3 इडियट्स” फिल्म में आमिर खान का किरदार “फुनसुक वांगडू” जिस इंजिनियर और मैग्सेसे अवार्ड से सम्मानित “सोनम वांगचुक” से प्रेरित था, वह भाजपा की केंद्र सरकार से आखिर किस मांग को लेकर बैठे है उपवास पर
तारिक़ आज़मी
क्या आपको “3 इडियट” फिल्म में आमिर खान का रोल “फुनसुक वांनडू” याद है। दरअसल सोनम वांगचुक के कार्यों से प्रेरित होकर आमिर खान की यह फिल्म 3 इडियट्स” बनी थी। जो वर्ष 2009 में आई थी। फिल्म में जिस किरदार को आमिर खान ने निभाया था वह किरदार असल में “सोनम वांगचुक” से प्रेरित हुआ किरदार था। 57 वर्षीय वांगचुक एक इंजीनियर, नवप्रवर्तक और शिक्षा सुधारवादी हैं। वह स्टुडेंट्स एजुकेशनल एंड कल्चरल मूवमेंट ऑफ लद्दाख के संस्थापक-निदेशक हैं, जिसकी स्थापना 1988 में छात्रों के एक समूह द्वारा की गई थी।
GOOD MORNING WORLD!
4th day of my #ClimateFast to #SaveLadakh under #6thSchedule of Indian constitution.
You all can join me tomorrow 30th Jan, last day of my fast. You can organise a 1 day fast in your area in solidarity with #Ladakh & ur own surroundings#climate #ILiveSimply pic.twitter.com/tCBDqeB0Rv— Sonam Wangchuk (@Wangchuk66) January 29, 2023
1994 में सरकारी स्कूल प्रणाली में सुधार लाने के लिए सरकार, ग्रामीण समुदायों और नागरिक समाज के सहयोग से ‘ऑपरेशन न्यू होप’ के शुभारंभ में उनका महत्वपूर्ण योगदान था। 2018 में उन्हें लद्दाख में ‘रचनात्मक, बाल-सुलभ और गतिविधि-आधारित’ शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करने वाले शैक्षिक सुधार कार्यक्रमों को विकसित करने के उनके प्रयासों के लिए रेमन मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
सोनम वांगचुक लद्दाख के लोगों की मांगों पर भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए 26 जनवरी से लेह के फ्यंग में 18,380 फुट ऊंची चोटी पर पांच दिवसीय भूख हड़ताल पर हैं। लद्दाख के रहने वाले इंजीनियर, नवप्रवर्तक और शिक्षा सुधारवादी सोनम वांगचुक क्षेत्र को संविधान की छठी अनुसूची में शामिल करने की मांग को लेकर पांच दिन का उपवास कर रहे हैं।
इस विरोध को खत्म करने की कोशिश में केंद्र शासित प्रदेश के प्रशासन ने उनसे एक बॉन्ड पर हस्ताक्षर करने के लिए कहा है, जिसमें यह कहा गया है कि वह कोई बयान नहीं देंगे या एक महीने के लिए लेह में हाल की घटनाओं पर किसी सार्वजनिक सभा में भाग न लेंगे। रविवार को उनके विरोध का चौथा दिन था। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ‘सुप्रभात दुनिया! भारतीय संविधान की 6वीं अनुसूची के तहत लद्दाख को बचाने के लिए मेरे जलवायु उपवास का चौथा दिन। कल 30 जनवरी मेरे अनशन के अंतिम दिन आप सभी मेरे साथ शामिल हो सकते हैं। आप लद्दाख के साथ एकजुटता में अपने क्षेत्र में एक दिन का उपवास आयोजित कर सकते हैं।’