राहुल गांधी की सदस्यता जाने के बाद खाली पड़ी वायनाड सीट पर चुनाव आयोग ने नहीं किया उपचुनाव की घोषणा, जाने वायनाड सीट के बारे में
आदिल अहमद
डेस्क: चुनाव आयोग ने आज बुधवार को कर्नाटक विधानसभा चुनावों का एलान कर दिया। राज्य में 10 मई को एक चरण में विधानसभा चुनाव कराये जायेंगे। वही परिणाम 13 मई को आएगा। बताते चले कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव की तारीख के ऐलान के दौरान चुनाव आयोग ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की संसद सदस्यता जाने के बाद खाली हुई वायनाड सीट पर उपचुनाव की घोषणा नहीं की है। वही लोगो की उम्मीद थी कि चुनावी घोषणा में खाली पड़ी वायनाड सीट पर भी उपचुनाव की घोषणा हो सकती है किन्तु ऐसा नहीं हुआ।
गौरतलब है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी इस सीट से सांसद थे। राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द हो चुकी है। राहुल ने 2019 में केरल के वायनाड सीट से लोकसभा चुनाव जीता था। राहुल की सदस्यता जाने के बाद अब वायनाड की सीट खाली हो गई है। वही कर्नाटक में रहने वालों की और वहां चुनाव लड़ने वालों की तो इसमें दिलचस्पी है ही, लेकिन देश भर की दिलचस्पी इस बात को लेकर भी है कि चुनाव आयोग केरल की वायनाड लोकसभा सीट पर चुनावों का ऐलान कब करेगा? राहुल गांधी की जगह कौन इस सीट पर कांग्रेस की तरफ से चुनाव लड़ेगा? हालांकि, पंजाब की जालंधर लोकसभा सीट के साथ ही तीन राज्यों की चार विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव की तारीखों का एलान जरूर हुआ।
बताते चले कि वायनाड लोकसभा सीट केरल में पड़ती है। 2009 में ये सीट अस्तित्व में आई थी। 2008 में परीसीमन के बाद इसे लोकसभा सीट के रूप में घोषित किया गया। यहां पर पहली बार 2009 में चुनाव हुए। पहले चुनाव में ही भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई ) कैंडिडेट एडवोकेट एम. रहमतुल्ला को कांग्रेस उम्मीदवार एमआई शनावास ने लगभग 1,53,439 वोटों से हराया था। 2014 के लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस ने ही बाजी मारी। कांग्रेस उम्मीदवार शनावास ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी सीपीआई उम्मीदवार पीआर सत्यन मुकरी को 20,870 वोटों से मात दी थी। वायनाड सीट केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक तीनों प्रांतों को जोड़ने वाला क्षेत्र हैं और तीनों ही प्रांत कांग्रेस के प्रभाव वाले क्षेत्रों में आते हैं।