मौलाना अरशद मदनी ने कांग्रेस को याद दिलाया ‘बजरंग दल पर प्रतिबन्ध का वायदा’, वीएचपी ने कहा मौलाना को खुद के विचार देखने चाहिए, बजरंग दल देश के हितो हेतु काम करता है’
तारिक खान
डेस्क: कर्नाटक चुनाव में बजरंग दल का मुद्दा हावी रहा था। बीजेपी ने कांग्रेस के घोषणापत्र में बजरंग दल के ख़िलाफ़ कार्रवाई करने के वादे को भगवान हनुमान (बजरंग बली) का अपमान बताया था। अब जब कर्णाटक में कांग्रेस सत्ता में आ गई है तो मौलाना अरशद मदनी ने कांग्रेस को उसका वायदा याद दिलाया है। मौलाना अरशद मदनी ने के बजरंग दल पर पाबंदी लगाने के के लिए कहा, ‘अगर कांग्रेस ने 70 साल पहले इस संगठन पर पाबंदी लगा दी होती तो मुल्क बर्बाद न होता।’
Reaction of Hon. Shri @AlokKumarLIVE the working president of VHP on Jamiat chief Statement about @BajrangDalOrg pic.twitter.com/gVw69Ce7Iq
— Vishva Hindu Parishad -VHP (@VHPDigital) May 22, 2023
मौलाना अरशद मदनी के बयान पर अब विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त किया है। विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि मौलाना मदनी को बजरंग दल के बजाय खुद के विचार देखने चाहिए। उन्होंने कहा, ’70 साल पहले तो बजरंग दल का जन्म भी नहीं हुआ था। बजरंग दल देश की शक्ति है। यह मूल्यों के लिए खड़ा होता है।’
आलोक कुमार ने कहा कि हमारा संगठन गैरकानूनी गतिविधियों के ख़िलाफ़ है, जैसे कि जबरन धर्मांतरण, लव जिहाद, जिहाद, गोकशी और इसे रोकने के लिए काम करता है। यह सब करते हुए भी बजरंग दल कानून के तहत ही काम करता है। बजरंग दल शांतिप्रिय संगठन है लेकिन उसके पास रीढ़ है। यह धर्म की रक्षा के लिए है।’
उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस ने 1992 में बजरंग दल पर प्रतिबंध लगा दिया था लेकिन ट्रिब्यूनल ने विस्तृत जांच के बाद सबूतों के आधार पर यह कहा कि इस संगठन पर प्रतिबंध लगाने का कोई आधार नहीं है। और फिर बैन वापस ले लिया गया। अगर फिर से वही गलती की जाती है तो इसके परिणाम भी वही होंगे। मौलाना को खुद के विचार देखने चाहिए। देवबंदी विचारधारा में मुस्लिम तबके कुछ लोगों को जिहाद के नाम पर भड़काया जाता है। यह जिहाद देश के लिए ख़तरा है। यह कानून के लिए खतरा है।’