‘झंडू बाम’ जिसने किया बिहार पुलिस के दर्द को बढाने का काम, ‘बाम’ लगा कर तीन कैदी पुलिस गिरफ्त से हो गये फरार
अनिल कुमार
डेस्क: अक्सर आपने एक विज्ञापन सुना होगा ‘झंडू बाम-झंडू बाम, पीड़ा हारी बाम’। मगर यही झंडू बाम बिहार पुलिस को वह असहनीय पीड़ा दिया कि तीन कैदी पेशी पर ले जाते समय पुलिस गिरफ्त से फरार हो गए। बाम की पीड़ा को सहती बिहार पुलिस कल बृहस्पतिवार से तीनो फरार कैदियों को तलाश रही है।
मामला कुछ इस प्रकार है कि पटना के स्थानीय फुलवारी शरीफ जेल से कुछ कैदियों को गुरुवार, 15 जून को पेशी के लिए सिविल कोर्ट ले जाया जा रहा था। उनमें से तीन फरार होने की जुगत में थे। वो अपने साथ झंडु बाम लेकर आए थे। रास्ते में मौका ताड़ते ही तीन कैदियों ने पुलिसकर्मियों की आंख में झंडु बाम लगा दिया। बाम से पुलिसकर्मियों की आंखों में तेज जलन होने लगी और कैदियों पर से उनकी पकड़ ढीली पड़ गई। जिसका फायदा उठाकर तीनों कैदी फरार हो गए।
पटना के टाउन डीएसपी अशोक कुमार सिंह ने इस घटना की पुष्टि करते हुवे कहा है कि ‘फुलवारी शरीफ जेल से 43 कैदियों को लेकर एक वाहन पटना सिविल कोर्ट जा रहा था। कोर्ट से कुछ दूर पहले बीएन कॉलेज के पास सड़क पर जाम लगा हुआ था। वहां एक ई-रिक्शा और बाइक वाले के बीच विवाद हो रहा था। इस कारण वहां जाम की स्थिति बन गई थी। कैदी वाहन में 5 पुलिस कर्मी भी मौजूद थे। सड़क में जाम को देखते हुए दो पुलिसकर्मी कैदी वाहन से नीचे उतर आए। इसी मौके को कैदियों ने ताड़ लिया और फरार हो गए।’
डीएसपी अशोक कुमार सिंह ने कैदी वाहन में तैनात पुलिसकर्मियों की लापरवाही की बात मानी है। उन्होंने इस मामले में उचित कार्रवाई करने की बात भी कही है। फरार कैदियों की पहचान नीरज चौधरी, सोनू शर्मा और सोनू कुमार के तौर पर हुई है। रिपोर्ट के मुताबिक तीनों कैदियों पर आर्म्स एक्ट के तहत मामले दर्ज थे। इन्हीं मामलों की सुनवाई के लिए उन्हें कोर्ट में पेशी के लिए ले जाया जा रहा था। फरार कैदियों में से एक सोनू कुमार पहले भी पुलिस की हिरासत से भाग चुका है। डीएसपी ने ये भी सवाल खड़ा किया कि इन कैदियों के पास झंडु बाम कहां से आया? उन्होंने इस मामले की जांच करने की बात कही है। बताया जा रहा है कि एक पुलिस वाले ने भाग रहे कैदी को पकड़ने का प्रयास भी किया। इसमें वो पुलिस कर्मी घायल भी हो गया।