पटना में विपक्ष की बैठक पर भाजपा का तंज़, किसी ने करार दिया ‘नाटक मंडली’ तो किसी ने कहा ‘फोटो सेशन’
आफताब फारुकी
डेस्क: बिहार में विपक्ष की बैठक पर अब सत्ता पक्ष का बयान सामने आने लगा है। सत्ता पक्ष के तरफ से किसी ने इसको ‘नौटंकी’ तो किसी ने इसको ‘रंगमंच’ करार दिया है। सब कुछ मिलाकर अगर देखा जाए तो भाजपा ने इसके ऊपर तंज़ कसा है। वही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इसको फोटो सेशन करार दिया है।
इस बैठक पर तंज़ कसते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि वे कितना भी हाथ मिला लें लेकिन उनकी एकता संभव नहीं है। बिहार के पटना में जेडीयू, आरजेडी, कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, डीएमके, शिवसेना (यूबीटी), एनसीपी समेत कई दलों की बैठक हुई। बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए एजेंडा तैयार किया जा रहा है। जम्मू में एक रैली के दौरान अमित शाह ने इस बैठक को फोटो सेशन बताया है।
उन्होंने कहा, ‘पटना में एक फोटो सेशन चल रहा है। सारे विपक्ष के नेता एक मंच पर इकट्ठा हो रहे हैं। एक संदेश देना चाहते हैं कि हम बीजेपी को, एनडीए को और मोदी जी को चैलेंज करेंगे। मैं सारे विपक्ष के नेताओं को कहना चाहता हूं कि कितने भी हाथ मिला लो आपकी एकता संभव नहीं है। और हो भी गई तो कितने भी जनता के साथ आ जाइए। 2024 में 300 से भी ज़्यादा सीटों के साथ नरेंद्र मोदी जी का प्रधानमंत्री बनना तय है।’
24 के चुनाव से पहले फिर एक बार रंगमंच सज रहा है, नाटक मंडली इकट्ठा हो रही है, किरदार तय किए जा रहे हैं, नाटक होगा, साथ निभाने के क़समे वादे होंगे, जनता हंसेगी, और फिर एक बार प्रचंड बहुमत से मोदी जी ही तीसरी बार देश के प्रधानमन्त्री पद की शपथ लेंगे।
एक अकेले मोदी के विरोध में 17…
— Anurag Thakur (@ianuragthakur) June 23, 2023
वहीं, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि 2024 के चुनाव से पहले फिर एक बार रंगमंच सज रहा है। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ‘24 के चुनाव से पहले फिर एक बार रंगमंच सज रहा है, नाटक मंडली इकट्ठा हो रही है। किरदार तय किए जा रहे हैं, नाटक होगा, साथ निभाने के क़समे वादे होंगे, जनता हंसेगी, और फिर एक बार प्रचंड बहुमत से मोदी जी ही तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे।’
वहीं, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने इसे स्वार्थ का गठबंधन बताया है। उन्होंने कहा, ‘ये राजनीतिक दल जब भी एक साथ आए, भ्रष्टाचार लाए, परिवारवाद लाए और राष्ट्र की आर्थिक प्रगति को संकुचित करने का आरोप अपने संग लेकर आए।’