फ़्रांस में जारी हिंसा में अब तक 3800 आगज़नी की घटनाओ पर नाराज़ हुई संयुक्त राष्ट्र की मानवाधिकार एजेंसी, किया तल्ख़ टिप्पणी
आफताब फारुकी
डेस्क: फ्रांस में बीते तीन दिनों से जारी हिंसा और आगजनी की घटनाओं में अब तक दो हज़ार गाड़ियां जलाई जा चुकी हैं। 492 घरों को नुकसान पहुंचा है। समाचार एजेंसी एएफ़पी के मुताबिक़, बीती रात ही आगजनी की 3800 घटनाएं दर्ज की गयी हैं। इसके साथ ही अब तक 875 लोगों को अब तक गिरफ़्तार किया गया है।
हिंसा और आगजनी की घटनाएं फ्रांसीसी राजधानी पेरिस से आगे बढ़कर कई शहरों तक पहुंच चुकी है। इस दरमियान संयुक्त राष्ट्र की मानवाधिकार एजेंसी ने शुक्रवार को फ्रांस में बीते तीन दिनों से जारी हिंसा पर तीख़ी टिप्पणी की है। मानवाधिकार एजेंसी ने कहा है कि ये गोलीकांड बताता है कि फ्रांस को अपनी कानून व्यवस्था संभालने वाली एजेंसियों में व्याप्त नस्लवाद से जुड़ी चुनौती का सामना करना होगा। वहीं, जेनेवा में संयुक्त राष्ट्र की प्रवक्ता रवीना शामदासानी ने कहा है कि फ्रांसीसी अधिकारियों को ये सुनिश्चित करना होगा कि पुलिस की ओर से इस्तेमाल किया गया बल प्रयोग विधिक, उचित और भेदभाव रहित हो।
फ्रांसीसी सरकार ने हिंसा के इस दौर को थामने के लिए चालीस हज़ार पुलिसकर्मियों को तैनात किया हुआ है। इसके साथ ही तमाम कस्बों में कर्फ़्यू लगाया जा चुका है। फ्रांसीसी शहर मारसे में शाम सात बजे के बाद से सार्वजनिक विरोध प्रदर्शनों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ब्रसेल्स में जारी यूरोपीय देशों की एक बैठक को छोड़कर पेरिस लौट आए हैं। कुछ वक़्त पहले मैक्रों और फ्रांसीसी प्रधानमंत्री एलिज़ाबेथ बोर्ने के बीच आपातकालीन बैठक हुई है।