एनडीए की बैठक में बोले प्रधानमन्त्री मोदी ‘मुझसे गलती हो सकती है लेकिन बदनीयत से मैं दूर रहूंगा’
ईदुल अमीन
डेस्क: दिल्ली के अशोका होटल में एनडीए गठबंधन की बैठक में बीजेपी समेत 38 दल शामिल हुए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एनडीए बैठक में कहा कि एनडीए का गठन किसी का विरोध करने के लिए नहीं बल्कि देश की स्थिरता के लिए हुआ है। पीएम ने एनडीए की बैठक के बाद विपक्ष के बारे में कहा कि ये स्वार्थ के लिए पास आ सकते हैं लेकिन साथ नहीं आ सकते हैं। पीएम ने कहा कि भारत में गठबंधन की परंपरा रही है लेकिन जो नकारात्मकता के साथ आए हैं, उन्हें कभी सफलता नहीं मिली है।
#WATCH | NDA's vote share in the 2024 elections will be over 50 per cent," PM Modi in NDA leaders' meeting. pic.twitter.com/tHnqTQ3Kby
— ANI (@ANI) July 18, 2023
उन्होंने कहा कि ‘एनडीए का हर सहयोगी जो मेहनत कर रहा है, उन्हें तय है कि 2024 में एनडीए का वोट शेयर 50 प्रतिशत से भी ऊपर जाएगा। आपकी मेहनत रंग लाने वाली है। देश की जनता को आपके नेतृत्व पर भरोसा है।’ उन्होंने कहा, ‘एनडीए के गठन के 25 साल पूरे हुए। ये 25 साल देश की प्रगति को गति देने और क्षेत्रीय आकांक्षाओं को पूरा करने के रहे हैं। यानी राज्यों के विकास से राष्ट्र का विकास। इस मंत्र को एनडीए ने निरंतर सशक्त किया है। इस यात्रा में जो पुराने साथी रहे हैं। उनका मैं अभिनंदन करता हूं।’ पीएम ने कहा कि जब गठबंधन सत्ता की मजबूरी का हो, जब गठबंधन भ्रष्टाचार की नीयत से हो, जब गठबंधन जातिवाद और क्षेत्रवाद को ध्यान में रखकर किया गया हो तो वह गठबंधन देश का बहुत नुकसान करता है।
पीएम मोदी ने यूपीए गठबंधन का हवाला देते हुए कहा, ”2014 से पहले की गठबंधन सरकार का उदाहरण हमारे सामने है। प्रधानमंत्री के ऊपर एक आला कमान, पॉलिसी पैरालिसिस, निर्णय लेने में अक्षमता, अव्यवस्था और अविश्वास, खींचतान और भ्रष्टाचार, लाखों-करोड़ों के घोटाले।” पीएम ने कहा कि एनडीए का गठन 1998 में हुआ था लेकिन सिर्फ सरकारें बनाना और सत्ता हासिल करना एनडीए का लक्ष्य नहीं था। एनडीए किसी के विरोध में नहीं बना था। एनडीए किसी को सत्ता से हटाने के लिए नहीं बना था। एनडीए का गठन देश में स्थिरता लाने के लिए हुआ था। पीएम ने कहा, ‘जब हम विपक्ष में थे तब भी हमने हमेशा सकारात्मक राजनीति की। हमने कभी जनादेश का अपमान नहीं किया। हमने सरकारों का विरोध करने के लिए कभी भी विदेशी मदद नहीं मांगी। हम विपक्ष में रहे लेकिन देश के विकास में न रोड़े अटकाए और न ही रुकावट बने।’
पीएम ने कहा कि एनडीए महात्मा गांधी, बाबासाहेब आंबेडकर, राम मनोहर लोहिया की राह पर चल रहा है। बैठक के बाद प्रधानमन्त्री ने कहा कि ‘मुझसे गलती हो सकती है लेकिन बदनीयत से मैं दूर रहूंगा। बदनीयत से कोई काम नहीं करूंगा। और साथियों मेरा जीवन आप देखते हैं। देश देख रहा है। मेरे शरीर का हर कण, मेरे समय का हर क्षण देश को ही समर्पित है। आपका ये विश्वास आपका ये आशीर्वाद मेरी ऊर्जा है।’ कहा कि ‘एनडीए-न्यू इंडिया, डेवलप्ड नेशन, एसपाइरेशन ऑफ पीपल के लिए है। आज देश का गरीब, देश का मध्यम वर्ग, महिलाएं, दलित, पीड़ित, शोषित और वंचित सभी का विश्वास एनडीए पर है। 24 का चुनाव दूर नहीं है देश के लोग मन बना चुके हैं कि लगातार तीसरी बार एनडीए को अवसर देना है।’