कथित व्यापारी नेता अजीत सिंह बग्गा पर FIR दर्ज न होने का छलका ज्ञानवापी मस्जिद के इमाम मुफ़्ती बातिन नोमानी का नमाज़-ए-जुमा की तक़रीर में दर्द, कहा ‘हम आह भी भरते है तो हो जाते है बदनाम, वो क़त्ल कर रहे है और चर्चा भी नही है’
शाहीन बनारसी/शफी उस्मानी
वाराणसी: वाराणसी व्यापार मंडल के कथित अध्यक्ष अजीत सिंह बग्गा और उनके भतीजे गुनजीत सिंह बग्गा के नफरती और भड़काऊ बयान के खिलाफ ज्ञानवापी मस्जिद की देख रेख करने वाली संस्था अंजुमन इन्तेज़मियां मसाजिद कमेटी के संयुक्त सचिव एसएम यासीन द्वारा एक सप्ताह पूर्व लिखित शिकायत कोतवाली पुलिस को दिया गया था। इस शिकायत पर ऍफ़आईआर एक सप्ताह बाद भी दर्ज न होने पर ज्ञानवापी मस्जिद के इमाम मुफ़्ती-ए-बनारस मौलाना बातिन नोमानी का दर्द आज नमाज़-ए-जुमा की तक़रीर के दरमियाना छलक पड़ा।
आज जुमे की नमाज़ के पहले मुफ़्ती बातिन नोमानी ने अपनी तक़रीर की शुरुआत तिलावत-ए-कुरआन से किया। एक आयात की तिलावत के बाद मुफ़्ती बातिन नोमानी ने हज़रात आभू हुरैरा (रज़ी0) के हदीस का ज़िक्र किया। हदीस का हवाला हज़रत सईद-इब्ने-सुभान (रज़ी0) के हवाले से करते हुवे बताया कि ज़िक्र है कि जब इंसान ‘सिलारहमी’ के जगह ‘कता रहमी’ करेगा तो उसके ऊपर अल्लाह अज़ाब नाजिल करता है। हमे अपने किरदार पर ध्यान रखना चाहिए और हमको ‘सिला रहमी’ (आपसी ताल्लुकात मजबूत रखने) चाहिए।
अपनी तक़रीर में कहा कि आज दीगर आवाम जो खुला कानून तोड़ते है तो उसके ऊपर प्रशासन कोई कार्यवाही नही करता है। वही हम (मुस्लिम) उससे 100 गुना कम भी गलतियां करे तो हमको सलाखों के पीछे भेज दिया जाता है। गम्भीर धाराओं में मुकदमा लिखा जाता है। मुफ़्ती बातिन नोमानी ने पिछले सर्वे के दरमियान घटित घटना का ज़िक्र करते हुवे कहा कि दुसरे तरफ से लग रहे नारों के जवाब में एक नारा बुनकर अब्दुल सलाम ने क्या लगाया उसके ऊपर तमाम संगीन मामलात दर्ज करके उसको जेल भेज दिया गया। वही दुसरे तरफ एक इंसान हमारे मस्जिद और हमारे ईमान पर गलतबयानी कर रहा है। उसके खिलाफ कोई कार्यवाही नही होती है।
नाम लिए बिना मुफ़्ती बातिन नोमानी ने बताया कि जिसमे हमारे कौम, और मस्जिद के मुताल्लिक गलत बयान देने वाले शख्स के खिलाफ अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी ले सेक्रेटरी एसएम यासीन ने कोतवाली पुलिस को लिखित शिकायत दिया। मगर एक सप्ताह हो गया अभी तक पुलिस ने उसके ऊपर कोई कार्यवाही नही किया और न कोई ऍफ़आईआर दर्ज किया। उन्होंने तक़रीर में कहा कि ‘उल्टे यासीन साहब को कल (बृहस्पतिवार) को ऐसी स्थिति कर दिया गया था कि उनको पुलिस गिरफ्तार कर ले।’ डराने की कोशिश हो रही है। एक सरकश जो अमन को बिगाड़ना चाहता है के खिलाफ कोई कार्यवाही नही होती है, उल्टे हमारे लोगो को डराने की कोशिश होती है।’
मुफ़्ती बातिन नोमानी ने अपील करते हुवे कहा है कि सभी अमन पसंद लोग इस मुताल्लिक (बग्गा के बयान के खिलाफ) अपने अपने थाना क्षेत्र में शिकायत दर्ज करवाने की कोशिश करे। न हो तो कम से कम उसके खिलाफ तहरीर दे। उन्होंने शहर में सभी को कानून का पालन करने और अमन कायम रखने की अपील भी किया है। प्रशासन पर लगे आरोपों के सम्बन्ध में जब हमने एस0एम0 यासीन से बात किया और उनका नजरिया माँगा तो उन्होंने किसी भी प्रकार का बयान देने से मना कर दिया।
नमाज़-ए-जुमा अदा करने के लिए ज्ञानवापी मस्जिद गए हमारे प्रतिनिधि शफी उस्मानी के द्वारा जुमे की नमाज़ ज्ञानवापी मस्जिद में अदा किया गया। नमाज़ के बाद तमाम नमाजियों ने अमन और सुकून के लिए दुआ किया।