ज्ञानवापी मस्जिद ASI सर्वे प्रकरण: मस्जिद कमेटी ने दाखिल किया आपत्ति, अदालत से कहा ‘ASI हमारी दो ट्रक मिटटी ले गई जो अदालत के हुक्म से मुखालिफ है’, पढ़े कौन सी थी वह मिटटी

शाहीन बनारसी/शफी उस्मानी

वाराणसी: ज्ञानवापी मस्जिद के चल रहे एएसआई सर्वे की रिपोर्ट जिला जज अदालत में 2 सितम्बर तक दाखिल करने का वक्त अदालत ने मुक़र्रर कर रखा था। 2 सितम्बर को एएसआई ने अदालत में अर्जी दाखिल कर 8 सप्ताह का समय और माँगा है। इस अर्जी पर आज मस्जिद की देख रेख करने वाली अंजुमन इन्तेजामियां मसाजिद कमेटी की जानिब से अधिवक्ताओं ने आपत्ति दाखिल करते हुवे कहा है कि ASI हमारी 2 ट्रक के लगभग मिटटी उठा ले गई है।

बताते चले कि एएसआई ने अदालत में अर्जी संख्या 374 (ग)/3 दाखिल किया था। इस अर्जी में एएसआई ने विभिन्न हवालो को देते हुवे अदालत से सर्वे हेतु 8 सप्ताह का और समय माँगा था। एएसआई ने अपने अर्जी में कहा था कि उक्त सर्वे में अभी और समय लगेगा, इस वजह से पूरा सर्वे करने हेतु हमको 8 सप्ताह का और समय प्रदान किया जाए।

एएसआई के अर्जी पर आज ज्ञानवापी मस्जिद की देखरेख करने वाली संस्था अंजुमन इन्तेज़मियां मसजिद कमेटी के जानिब से अधिवक्ताओं ने अदालत में अपनी आपत्ति अर्जी संख्या 375 (ग) के माध्यम से दाखिल करते हुवे अदालत से अर्ज़ किया है कि एएसआई द्वारा किये जा रहे सर्वे के दरमियान हमारे मस्जिद के तहखाने की लगभग 2 ट्रक मिटटी और पत्थर तथा मलवा ले जाया गया है।

आपत्ति में लिखा गया है कि जैसा एएसआई ने अपने पत्र में स्वयं इस बात को इंगित किया है कि उनके द्वारा तहखाने के मलवे को हटाया गया है। जबकि सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट में एएसआई खुद शपथ पत्र देकर आई है और साफ़ साफ़ अदालत का निर्देश भी है कि किसी प्रकार की कोई छेड़छाड़ नही होगी। जबकि एएसआई ने अपने अर्जी की दफा 10 में एएसआई ने खुद स्वीकार किया गया है कि उसने कचरा/मलवा हटा कर सर्वे किया है। जो अदालत के हुक्म की उदूली है और ऐसे में सर्वे करने के लिए और वक्त देना अदालत के हुक्म की उदूली है।

सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता संग हुई गोपनीय बैठक में लिया गया था इस आपत्ति पर निर्णय

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ज्ञानवापी मस्जिद कमेटी की जानिब से दाखिल इस आपत्ति का फैसला कुछ दिनों पूर्व हुई सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता संग बैठक के दरमियान लिया गया था। इसके अतिरिक्त भी कुछ अन्य फैसले गोपनीय रूप से लिए गए है। हमारे सूत्रों का कहना है कि उक्त तमाम फैसले वक्त के साथ एक एक कर सामने आयेगे।

कैसी है वह मिटटी जिसको लेकर उडी है अफवाह  

ज्ञानवापी मस्जिद के तहखाने (जिसको व्यास जी का कमरा) भी कहा जाता है में लगभग ढाई फिट ऊँची मिटटी और अन्य मलवा था। वही तहखाने के बाहर चारो तरफ लगभग एक फिट इतना ऊँचा मिटटी के शिल्ट का मलवा था। इसको सर्वे के दरमियान हटाया गया है। उसी मिटटी को एएसआई के द्वारा ट्रैक्टर के माध्यम से हटाया गया है। धुप से बचने के लिए एएसआई के द्वारा एक टेंट भी लगाया गया है। जिसको लेकर कतिपय लोगो के द्वारा अफवाह फैलाने का प्रयास किया जा रहा है। हमारी पाठको से अपील है कि अफवाहों पर ध्यान न दे।

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