गाज़ा में हमास द्वारा बंधक बनाये गए इजराइली नागरिको को छुडाने की कोशिशो में क्या है अड़चन, क्या पर्दे के पीछे चल रही है कोशिशे ?
मो0 कुमेल/ईदुल अमीन
डेस्क: गाजा में हमास द्वारा बंधक बनाकर रखे गए इसराइल के लोगों को छुड़ाने की कोशिशें जारी हैं। माना जा रहा है कि क़तर, मिस्र और कई अन्य देश गाज़ा से बंधकों को छुड़ाने के लिए पर्दे के पीछे से बातचीत कर भी कर रहे है, मगर हमास अभी इस बातचीत के लिए तैयार नही है। वही दूसरी तरफ इजराइल के भी तरफ से कोई पहल न होने की जानकारी अंतरराष्ट्रीय मीडिया में सामने आई है।
हमास के साथ बातचीत के लिए जिस पेशकश पर विचार किया जा रहा है उसमें महिलाओं और बच्चों को छोड़े जाने के बदले इसराइल की जेल में बंद 36 फ़लस्तीनी महिलाएं और बच्चों को छोड़े जाने का विचार शामिल है। लेकिन दोनों ही तरफ से अभी तनाव और संघर्ष चरम पर है। न तो अभी हमास और न ही इसराइल छूट देने का मन बना रहे हैं।
फ़लस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, ग़ज़ा में 1,200 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। 5339 लोग इस हमले में घायल हुए हैं। संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि 3,38,000 से अधिक फ़लस्तीनी विस्थापित हुए हैं। अधिकांश अस्पतालों और संयुक्त राष्ट्र के स्कूलों में शरण लेकर रह रहे हैं। वहीं, इसराइल में हमास के हमले में अब तक कम से कम 1,200 लोगों की मौत हो चुकी है।
हमास ने चेतावनी दी थी कि बिना चेतावनी के इसराइल जितनी बार हमले करेगा और फ़लस्तीनी लोगों की मौत होगी, उसके बदले एक बंधक को मार दिया जाएगा। अब तक इस बात के सबूत सामने नहीं आए हैं कि उन्होंने ऐसा किया है। वहीं, इसराइल की तरफ से भी संयम के संकेत नहीं मिल रहे हैं। दूसरी तरफ लेबनान ने भी दावा किया है कि इजराइल उसके क्षेत्र में बमबारी कर रहा है। बढ़ते तनाव के बीच सूडान ने भी इजराइल से लगी अपनी सीमा पर चौकसी बढ़ा दिया है। मगर सूडान के तरफ से इसकी पुष्टि नही हुई है।