गज़ा मीडिया कार्यालय ने कहा ‘इसराइली हमलो से हर 10 मिनट में एक बच्चा मारा जाता है’
ईदुल अमीन
डेस्क: गाजा के मीडिया कार्यालय के प्रमुख सलामा मारौफ ने आज पत्रकारों से बात करते हुवे इसराइली हमलो में हुई मौतों, चोटों और अन्य चीजों की संख्या के बारे में आंकड़े प्रदान किया है। मारौफ़ का कहना है कि 7 अक्टूबर से अब तक कम से कम 9,500 फ़िलिस्तीनी मारे गए हैं, जिनमें 3,900 बच्चे भी शामिल हैं। उन्होंने कहा, ‘इन आंकड़ों का मतलब है….! हर 10 मिनट में एक बच्चे की मौत हो जाती है।‘
उन्होंने कहा लगभग 24,158 लोगों के घायल होने की सूचना है। इजरायली हवाई हमले ‘किसी विशेष समूह तक सीमित नहीं थे’ और उन्होंने पैरामेडिक्स और पत्रकारों को भी निशाना बनाया। गाजा मीडिया कार्यालय के अनुसार, इसराइली हमलो में कम से कम 46 पत्रकार मारे गए हैं। मारौफ ने कहा कि विशेष रूप से स्वास्थ्य क्षेत्र को ‘कई झटके झेलने पड़े’ है, क्योंकि इजरायली हमलों के कारण 16 अस्पतालों के साथ-साथ 32 अन्य चिकित्सा देखभाल सुविधाएं भी बंद हो गईं।
उन्होंने कहा कि इसराइल के हमलो में 27 एंबुलेंस पूरी तरह से नष्ट हो गई हैं। हवाई हमलों या गोलाबारी के परिणामस्वरूप 105 चिकित्सा सुविधाओं को नुकसान हुआ। इज़रायली सेना ने तीन फ़िलिस्तीनी विश्वविद्यालय परिसरों को भी निशाना बनाया और उन्हें नष्ट कर दिया है।
मारौफ ने बताया कि 8,500 से अधिक आवासीय इमारतें जमींदोज हो गई हैं। लगभग 220,000 आवासीय इकाइयाँ पूरी तरह से नष्ट हो गई हैं। अन्य 40,000 आवासीय इकाइयाँ आंशिक रूप से नष्ट हो गई हैं और रहने योग्य नहीं हैं। 220 स्कूल भवनों पर हमला किया गया है, 60 ‘प्रत्यक्ष हमले’ के परिणामस्वरूप सेवा से बाहर हैं। 88 सरकारी इमारतें पूरी तरह से नष्ट हो गई हैं। 55 मस्जिदें और तीन चर्च पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं।