जाने इस साल कब है धनतेरस, और क्यों होती है लक्ष्मी-कुबेर की पूजा
अनुराग पाण्डेय
डेस्क: कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को धनतेरस पर्व मनाया जाता हैं। धनतेरस को धन त्रयोदशी भी कहा जाता है। इस दिन प्रदोष काल में माता लक्ष्मी, भगवान गणेश, कुबेर और भगवान धन्वंतरि की विधि-विधान से पूजा की जाती है। धनतेरस के दिन लोग अपनी क्षमता के अनुसार, सोना, चांदी, बर्तन आदि की खरीदारी करते हैं। कहा जाता है कि इसी दिन देवताओं के वैध भगवान धन्वंतरि की उत्पत्ति हुई थी। यही वजह है इस दिन धन्वंतरि जयंती भी मनाते हैं। अब सवाल है कि आखिर धनतेरस कब है? पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है? इस बारे में विस्तार से बता रहे हैं ज्योतिषाचार्य बापुनंदन मिश्रा
पंचांग के अनुसार, इस साल कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि 10 नवंबर दिन शुक्रवार को धनतेरस पर्व मनाया जाएगा। यह तिथि दोपहर 12:35 बजे से प्रारंभ हो जाएगी, जोकि अगले दिन 11 नवंबर शनिवार को दोपहर 01:57 बजे तक मान्य है। वहीं, त्रयोदशी तिथि का प्रदोष काल 10 नवंबर को सायं 05:30 से 08:08 रात तक है। बताते चले कि प्रदोष पूजा मुहूर्त को देखते हुए ही इस बार धनतेरस 10 नवंबर को मनाया जाएगा। क्योंकि 11 नवंबर को त्रयोदशी तिथि में प्रदोष मुहूर्त नहीं है। वहीं, 10 नवंबर 2023 को ही धन त्रयोदशी और धन्वंतरि जयंती भी होगी।
ज्योतिषाचार्य के मुताबिक, 10 नवंबर को धनतेरस की पूजा की जाएगी। इसके लिए शुभ मुहूर्त शाम 05:47 बजे से शाम 07:43 बजे तक है। इस दिन धनतेरस पूजा के लिए आपको 1 घंटा 56 मिनट का समय प्राप्त होगा। माना जाता है कि इस मुहूर्त में माता लक्ष्मी, कुबेर, गणेश जी, श्रीयंत्र आदि की पूजा करनी चाहिए। ऐसा करने से धन के मार्ग खुलते हैं और आर्थिक परेशानियां दूर होती हैं।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, धनतेरस या धन त्रयोदशी को माता लक्ष्मी, कुबेर और गणेश जी की पूरे विधि-विधान से पूजा करनी चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से देवतागण प्रसन्न होते हैं। साथ ही घर में धन, वैभव और सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है। वहीं, धनतेरस को ही भगवान धन्वंतरि की भी पूजा की जाती है। दरअसल, भगवान धन्वंतरि को आयुर्वेद के देवता कहे जाते हैं। ऐसे में उनकी पूजा करने से व्यक्ति को उत्तम स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। PNN24 इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है।