क़तर विश्वविद्यालय के प्रोफ़ेसर प्रोफेसर हसन बरारी ने कहा ‘गज़ा में नेतान्याहु अपने अस्तित्व के लिए आंतरिक लड़ाई लड़ रहे है’
मो0 कुमेल
डेस्क: कतर विश्वविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय मामलों के प्रोफेसर हसन बरारी का कहना है कि गजा पर युद्ध में इजरायल का लक्ष्य ‘विस्तारवादी परियोजना’ के तहत फिलिस्तीनियों को क्षेत्र से बाहर धकेलना है। उन्होंने कहा है कि नेतान्याहू पना राजनीतिक भविष्य सुरक्षित रखना चाहते हैं और जनता की राय उनके खिलाफ हो रही है।
अल जजीरा से बात करते हुवे बरारी ने कहा है कि ‘संयुक्त राज्य अमेरिका ने इज़राइल को अब से शायद दो सप्ताह का समय दिया है। संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोप मानते हैं कि जनता की राय अब इज़राइल के खिलाफ हो रही है क्योंकि वह अमेरिकी और यूरोपीय संघ के नेताओं के आशीर्वाद से किए जा रहे इस तरह के अपराधों को बर्दाश्त नहीं कर सकता है’
उन्होंने कहा है कि ‘अब लक्ष्य लोगों को गजा छोड़ने के लिए मजबूर करना है। नेतन्याहू का व्यक्तिगत रूप से यहां एक और उद्देश्य है, क्योंकि उन्हें ऐसे व्यक्ति के रूप में देखा जाता है जो इज़राइल की रक्षा करने में विफल रहा। वह अपना राजनीतिक भविष्य सुरक्षित रखना चाहते हैं और जनता की राय उनके खिलाफ हो रही है। इसलिए वह सैन्य रूप से कुछ महत्वपूर्ण हासिल करना चाहता है ताकि वह अस्तित्व के लिए अपनी आंतरिक लड़ाई में इसका उपयोग कर सके।