मणिपुर हिंसा: दो गुटों में आमने सामने हिंसक झड़प, गोलीबारी में एक युवक की मौत, आदिवासी संगठन आईटीएलऍफ़ ने किया बंद का एलान

आदिल अहमद

डेस्क: लम्बे समय से इंटरनेट बंद होने से मणिपुर शांत है, ऐसा तो बिल्कुल दिखाई नही दे रहा है। दरअसल मणिपुर अभी भी हिंसा का शिकार हो रहा है। एक बार फिर मणिपुर से आमने सामने दो गुटों में गोलीबारी का समाचार आ रहा है, जिसमे एक युवक की गोली लगने से मौत का दावा आदिवासियों का प्रतिनिधित्व करने वाले संगठन आईटीएलऍफ़ द्वारा किया गया है। मृतक युवक को इस संगठन ने कुकी समुदाय का बताया है।

मणिपुर में कांगपोकपी और बिष्णुपुर ज़िले की सीमा पर दो विरोधी गुटों के हथियारबंद लोगों के बीच शनिवार को हुए हिंसक टकराव में 21 साल के एक युवा की मौत हो गई। कुकी आदिवासी बहुल जाउपी गांव में कई घंटों तक चली इस गोलीबारी में खुपमिनथांग हाओकिप की जान चली गई। मणिपुर के आदिवासियों का प्रतिनिधित्व करने वाले ‘इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फ़ोरम (ITLF) ने इस घटना के विरोध में चुराचांदपुर ज़िले में तत्काल बंद की अपील की है।

ITLF ने हाओकिप को ‘शहीद’ बताते हुए उनकी मौत पर गहरा शोक व्यक्त किया है। ITLF ने बताया कि विरोधी गुट के लोगों ने जाउपी गांव पर हमला किया था, वो अत्याधुनिक हथियारों से लैस थे। संगठन के अनुसार, एक बंकर की रखवाली कर रहे हाओकिप ने साहस दिखाते हुए हमलावरों का सामना किया था।

मृत युवक के शव को चुराचांदपुर ले जाया गया, जहां कुकी छात्र संगठन (केएसओ) और अन्य लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। केएसओ ने हाओकिप की मौत पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा है कि मैतेई उग्रवादियों से अपने पूर्वजों की भूमि और आज़ादी की रक्षा करते हुए उन्होंने अपना जीवन दे दिया।

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