मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इसराइल हमास युद्ध में गज़ा की गलियों और सुरंगों में जारी है भीषण युद्ध, हमास कर रहा संगठित हमले
शफी उस्मानी
डेस्क: ग़ज़ा में इसराइली सेना का अभियान तीव्रता से जारी है। इसराइल पर सैन्य अभियान के दौरान नागरिकों को कम से कम नुक़सान पहुंचाने का दबाव भी बढ़ रहा है। हालांकि, नागरिकों की मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। उत्तरी ग़ज़ा में इसराइल ने फिर से टैंक हमले शुरू किए हैं जबकि दक्षिणी ग़ज़ा में तेज़ लड़ाई चल रही है। ख़ान यूनिस में हमास के नेता याह्या सिनवार इसराइली सैन्य बलों के निशाने पर हैं। इसराइली अधिकारियों का कहना है कि हमास के नेता ख़ान यूनिस में छुपे हुए हैं।
इसराइल का कहना है कि हमास का नेतृत्व ख़ान यूनिस की सुरंगों में छुपा हो सकता है। ख़ान यूनिस में लड़ाई गलियों में और घरों के भीतर चल रही है। कई जगहों पर इसराइली सेना के जवान और हमास के लड़ाके आमने सामने हैं। ब्रिगेडियर जनरल डेन गोल्डफस ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स से कहा है कि ख़ान यूनिस में लड़ाई ‘घरों और शाप्टों के बीच में चल रही है।’ शाफ़्ट से उनका मतलब सुरंगों से था।
बीती रात हमास ने एक वीडियो जारी किया जिसमें इसराइली सेना के एक बंधक को छुड़ाने के बाद का माहौल दिखाया गया है। वीडियो के अंत में एक खून से लथपथ शव दिखाई देता है जो बंधक का माना जा रहा है। हालांकि इस वीडियो की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं हुई है। इसारइली सेना ने कहा है कि बंधक के परिवार को सूचित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि हमास ‘मनोवैज्ञानिक युद्ध’ लड़ रहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो हमास की तरफ़ से जारी संगठित लड़ाई इसराइल को निराश कर सकती है। संयुक्त राष्ट्र परिषद में संघर्ष विराम के ख़िलाफ़ अमेरिका के वीटो के बाद अब इसराइल के पास लड़ाई के लिए अधिक वक़्त होगा। जेरेमी बोवेन का मानना है कि जिस गति से लड़ाई चल रही है, उसे देखते हुए कहा जा सकता है कि इसराइल को अपने सैन्य लक्ष्य हासिल करने में संघर्ष करना पड़ सकता है। टाइम्स ऑफ़ इसराइल की एक रिपोर्ट के मुताबिक़, इसराइली सेना ने एक रिपोर्ट में कहा है कि उसे युद्ध के पहले चरण को पूरा करने में दो और महीनों का वक़्त लग सकता है।
जो भी हो, इसराइल के लिए युद्ध का अंत आसान नहीं होगा। जेरेमी बोवेन मानते हैं कि ऐसा पल नहीं आएगा जब इसराइल ये कह पाए कि लड़ाई पूरी हुई और घर लौटने और पुनर्निर्माण करने का वक़्त आ गया है। इसराइल और हमास के बीच संघर्षों में पहले ऐसा ही होता रहा है। इस बार युद्ध पिछले सभी युद्धों से भीषण है और कई मामलों में अलग है। इसी वजह से इसमें शामिल कोई भी पक्ष ये नहीं कह सकता कि भविष्य में क्या होगा। हमास ना सिर्फ़ इसराइली इलाक़ों पर रॉकेट दाग रहा है बल्कि ग़ज़ा की गलियों में इसराइल के सामने लड़ रहा है और इसराइली सैनिकों को नुक़सान पहुंचा रहा है।
इसराइल के पास अपार सैन्य क्षमता है। इसराइल का दावा है कि उसने चौबीस घंटों के अंतराल में ग़ज़ा में 450 ठिकानों पर ज़मीन, हवा और समंदर से निशाने साधे हैं। ग़ज़ा में भारी तबाही हुई है, लेकिन इसराइल अभी तक ये नहीं दिखा पाया है कि वो हमास को एक सैन्य संगठन के रूप में तोड़ सकता है। इसराइल जीत के दावे कर सकता है लेकिन अभी भी हमास एक सैन्य संगठन की तरह लड़ रहा है। इससे उन इसराइली लोगों को निराशा हो सकती है जो चाहते हैं कि ये युद्ध जल्द समाप्त हो।
इसराइल ने इस युद्ध में विजय का पैमाना बहुत ऊंचा घोषित कर रखा है। इसराइल के प्रधानमंत्री और अन्य कमांडर ये कह चुके हैं कि इसराइल हमास को ख़त्म करके ही दम लेगा। इसराइल हमास को सिर्फ़ एक सैन्य शक्ति के रूप में ही नहीं बल्कि राजनीतिक शक्ति के रूप में भी ख़त्म करना चाहता है। लेकिन हमास की विचारधारा अब कुछ फ़लस्तीनी लोगों का हिस्सा भी है, ऐसे में ये उद्देश्य कुछ हद तक असंभव नज़र आता है।