संसद के दोनों सदनों को मिलाकर कुल 78 सदस्यों के निलंबन पर विपक्ष साध रहा सरकार पर जमकर निशाना, बोले खरगे ‘संसद में लोकतंत्र पर हमला है ये, मनोज झा ने कहा ‘प्रधानमंत्री मोदी की कमजोरी ज़ाहिर होती है’

मो0 कुमेल

डेस्क: लोकसभा और राज्यसभा से सोमवार को 78 सांसदों को निलंबित किये जाने के बाद विपक्ष की प्रतिक्रिया जमकर आ रही है। विपक्ष इसको लोकतंत्र की हत्या बता रहा है। बताते चले कि आज लोकसभा से कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी समेत 33 और राज्यसभा से कांग्रेस नेता जयराम रमेश समेत 45 सांसदों को निलंबित कर दिया गया। सत्ता पक्ष ने इसके हेतु विपक्ष को ज़िम्मेदार ठहराया है। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि विपक्ष नही चाहता कि सदन ठीक से चले।

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि ‘राज्यसभा से 34 सांसदों को निलंबित किया गया है। 11 सांसदों का मामला प्रिवलेज कमेटी को भेजा गया है। इस तरह आज 45 सांसदों को निलंबित किया गया है।’ इसके बाद लोकसभा और राज्यसभा से सांसदों के निलंबन पर विपक्षी दलों की तीखी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोशल प्लेटफ़ॉर्म एक्स पर अपनी बात रखी है और इस कदम को संसद और लोकतंत्र पर हमला बताते हुवे लिखा है कि ‘सबसे पहले घुसपैठियों ने संसद पर हमला किया फिर मोदी सरकार संसद और लोकतंत्र पर हमला कर रही है।’

सांसदों के निलंबन को लेकर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए आरजेडी के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने कहा कि इससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कमजोरी जाहिर होती है। मनोज झा ने कहा, ‘मैं भी शुमार हूं उनमें। इसे मैं बैज ऑफ़ ऑनर (सम्मान पदक) की तरह पहन रहा हूं। मैं निलंबित हूं। जब काला दौर होता है ना तो तानाशाहों को ऐसी ही संसद चाहिए। जहां लोग बकरी के मेमने की तरह में में में….. करते रहें।’

उन्होंने कहा कि ये दौर आगे भी याद किया जाएगा। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक मनोज झा ने कहा, ‘आपसे सवाल पूछ रहे हैं ना साहब। देश की सुरक्षा का मसला है, सिर्फ़ संसद की इमारत का नहीं है। एक आधिकारिक बयान नहीं दे सकते हो। क्या चाहते हो, विपक्ष मुक्त संसद आपने बना लिया। लोकसभा में उतने किए, राज्यसभा में 45 कर दिए। जो बचे खुचे हैं, कल कर देना लेकिन ये दौर याद रखा जाएगा कि जबसे अपने दूसरे टर्म में मोदी जी आए हैं बहुत कमज़ोर हो गए हैं।’

कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने पीएम मोदी को एक सलाह देते हुए अपना रोष प्रकट किया है। उन्होंने ये भी कहा कि पीएम मोदी को विपक्ष का चेहरा बर्दाश्त नहीं है। उन्होंने कहा, ‘ये कितनी बड़ी विडंबना है कि विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी तक को निलंबित कर दिया। सदन में अगर विपक्ष की आवाज ही नहीं होगी तो सदन और लोकतंत्र का मतलब क्या है?’

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