हल्द्वानी हिंसा में मृतकों की संख्या हुई 5, कुल 14 घायल, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया हिंसा में घायल लोगो से मुलाकात, कहा वीडियो फुटेज के आधार पर होगी सख्त कार्यवाही
तारिक खान
डेस्क: गुरुवार को हलद्वानी के बनभूलपुरा नामक स्थान पर हुई हिंसा में पांच लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। इसके साथ ही 14 लोग घायल हुए हैं जिनका स्थानीय अस्पताल में इलाज जारी है। नैनीताल ज़िला प्रशासन ने बताया है कि मृतकों की पहचान कर ली गयी है। हलद्वानी में हिंसा भड़कने के बाद देहरादून समेत राज्य के मिश्रित आबादी वाले सभी शहरों-कस्बों में पुलिस अलर्ट मोड पर है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, मुख्य सचिव राधा रतूड़ी समेत प्रदेश के शीर्ष अधिकारियों ने शुक्रवार को हलद्वानी के हिंसा प्रभावित इलाक़ों का दौरा किया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को हलद्वानी पहुंचकर कहा है कि अतिक्रमण हटाने का काम कोर्ट के आदेश पर पहले से हो रहा था लेकिन यह हमला सुनियोजित था। जिस तरह से हमारी पुलिस पर हमला हुआ है, यह बहुत ही दुख की बात है।
हल्द्वानी पहुंचकर बनभूलपुरा में हुई घटना में घायल महिला पुलिस दल समेत अन्य पुलिसकर्मियों, प्रशासन, नगर निगमकर्मी और पत्रकार साथियों का हाल चाल जाना।
जिन लोगों ने क़ानून तोड़ा है एवं सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया है उनके सारे वीडियो फुटेज और फुटप्रिंट उपलब्ध हैं।
सभी… pic.twitter.com/xQhv0txTnN
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) February 9, 2024
उन्होंने कहा, ‘यह देवभूमि है। इन लोगों ने कानून तोड़ा है और देवभूमि की छवि को ख़राब करने का काम किया है। कई पत्रकारों को भी बुरी तरह से पीटा गया है। एक तरह से उनकी हत्या का प्रयास हुआ है। जिन लोगों ने संपत्ति जलाई है। वीडियो फुटेज के आधार पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।’ राज्य की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी और डीजीपी अभिनव कुमार ने भी हलद्वानी पहुंचकर स्थिति का जायज़ा लिया था।
मुख्य सचिव ने कहा कि पहले पूरी स्थिति को अच्छे से अध्ययन करेंगे और फिर उससे जुड़े क़ानूनी पहलुओं को देखेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार के ख़िलाफ़ कोई भी कार्रवाई होगी तो जो भी उसमें दोषी होंगे उसके ख़िलाफ़ कार्रवाई होगी। उत्तराखंड के हलद्वानी के बनभूलपुरा में कथित रूप से ग़ैरक़ानूनी तरीके से बने एक मदरसे को तोड़ने की कार्रवाई के दौरान तभी स्थानीय लोगों ने पत्थरबाज़ी शुरू कर दी थी। इसके बाद आगज़नी भी की गई। मदरसे को हटाने के काम में नगरपालिका के कर्मचारी और पुलिसकर्मी शामिल थे। उनके अलावा इस घटनाक्रम को कवर करने गए एक दर्जन से ज़़्यादा पत्रकार भी घायल हो गए।
नैनीताल की ज़िलाधिकारी वंदना सिंह ने बताया कि हिंसक भीड़ ने कई वाहन जला दिए, जिनमें ज़्यादा दोपहिया वाहन हैं। इनकी सही संख्या अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाई है। गुरुवार रात ही हलद्वानी में कर्फ़्यू लगा दिया गया और देखते ही गोली मारने के आदेश दे दिए गए थे। यह स्थिति अगले आदेश तक जारी रहेगी।