सोनम वांगचुक ने 21 दिनों बाद खत्म किया अपना उपवास और कहा ‘लड़ाई अभी जारी रहेगी’, बोले ‘हमें इस देश में ईमानदार, दूरदर्शिता और बुद्धिमान राजनेताओं की आवश्यकता है, न कि केवल अदूरदर्शी’
फारुख हुसैन
डेस्क: लद्दाख के एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक ने मंगलवार को 21 दिन लंबी अपनी भूख हड़ताल ख़त्म कर दी। वे लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा देने और इसे संविधान की छठी अनुसूची में शामिल करने की मांग को लेकर अनशन कर रहे थे। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, अपना अनशन तोड़ने के बाद उन्होंने कहा कि उनकी ये लड़ाई आगे चलती रहेगी।
उन्होंने कहा, ‘साथियो, आज पहला चरण जो है अनशन का 21 दिनों का उसका अंत है, मगर ये सिलसिला या आंदोलन का अंत नहीं है। एक नई शुरुआत है, कल से ही नए सिलसिले शुरू होंगे। महिलाओं का अनशन शुरू होगा। ऐसे ही करते ये जितने देर तक हमें करना पड़े, ये आगे बढ़ता रहेगा। इसमें यहां पर जो सात-दस हज़ार लोग इकट्ठा हुए हैं, उनका और अन्य सभी लोगों का धन्यवाद करता हूं।’
21st Day OF MY #CLIMATEFAST
350 people slept in – 10 °C. 5000 people in the day here.
But still not a word from the government.
We need statesmen of integrity, farsightedness & wisdom in this country & not just shortsighted characterless politicians. And I very much hope that… pic.twitter.com/X06OmiG2ZG— Sonam Wangchuk (@Wangchuk66) March 26, 2024
सोनम वांगचुक ने छह मार्च से लद्दाख के लोगों को और राजनीतिक अधिकार देने की मांग को लेकर ये अनशन शुरू किया था। सोनम वांगचुक ने अपने एक्स पर लिखा है कि ‘मेरे उपवास का 21वाँ दिन, 350 लोग माइंनस 10 डिग्री सेल्सियस में सोये। यहां दिन में 5000 लोग थे। लेकिन सरकार की ओर से अभी तक एक शब्द भी नहीं बोला गया। हमें इस देश में ईमानदार, दूरदर्शिता और बुद्धिमान राजनेताओं की आवश्यकता है, न कि केवल अदूरदर्शी चरित्रहीन राजनेताओं की। और मुझे इसकी बहुत उम्मीद है प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह जल्द ही साबित कर देंगे कि वे राजनेता हैं।’
END 21st Day OF MY #CLIMATEFAST
I'll be back…
7000 people gathered today.
It was the end of the 1st leg of my fast. Btw 21 days was the longest fast Gandhi ji kept.
From tomorrow women's groups of Ladakh will take it forward with a 10 Days fast, then the youth, then the… pic.twitter.com/pozNiuPvyS— Sonam Wangchuk (@Wangchuk66) March 26, 2024
उन्होंने अपने एक अन्य पोस्ट में लिखा है कि ‘मैं वापस आऊंगा… आज 7000 लोग जुटे. यह मेरे उपवास के पहले चरण का अंत था। वैसे 21 दिन का उपवास गांधी जी द्वारा रखा गया सबसे लंबा उपवास था। कल से लद्दाख की महिला समूह 10 दिनों के उपवास के साथ इसे आगे बढ़ाएंगी, फिर युवा, फिर मठों के भिक्षु… फिर मैं और इसी तरह। यात्रा तो अभी शुरू ही हुई है. लेकिन हमें अब भी आशा और विश्वास है कि हमें यह सब नहीं करना पड़ेगा। देर-सबेर जिम्मेदार नेतृत्व की भावना पैदा होगी’