पूर्व सांसद और भाजपा नेता एलआर शिवराम गौड़ा का आरोप ‘प्रज्वल रेवन्ना के पिता एचडी रेवन्ना के लिए कोई नई बात नही है, उनको 30 साल पहले इंग्लैण्ड में रंगे हाथो पकड़ा था’
शाहीन बनारसी
डेस्क: कर्णाटक के भाजपा नेता और पूर्व सांसद एलआर शिवराम ने एक पत्रकारवार्ता में कथित रूप से 30 साल पुराने घटना का ज़िक्र करते हुवे कहा है कि रेवन्ना के लिए कोई नई बात नही है। उनकी गतिविधि हमेशा संदिग्ध रही है। 30 साल पहले उनको इंग्लैण्ड में रँगे हाथो पकड़ा था।
इसके पहले कर्नाटक में रेवन्ना सीडी मामले की जांच के दौरान 4 मई को एसआईटी की टीम आरोपी एचडी रेवन्ना के घर पहुंची। इस दौरान एक पीड़ित महिला, दो पुलिस अधिकारी और एक पुलिस कांस्टेबल भी मौजूद थे। घर में रेवन्ना की पत्नी के अलावा उनके वकील और कुछ जेडीएस नेता भी मौजूद थे। छापेमारी के दौरान रेवन्ना के समर्थक घर पहुंच गए और एसआईटी से भिड़ गए, जिससे मौके पर हंगामा मच गया।
आरोप है कि HD रेवन्ना इंग्लैंड में भी ‘रंगे हाथों’ पकड़े जा चुके हैं। मांड्या के पूर्व सांसद और बीजेपी नेता एलआर शिवराम गौड़ा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आरोप लगाया कि एचडी रेवन्ना आदतन अपराधी हैं और पहले भी ऐसे मामलों में शामिल रहे हैं। इंग्लैंड की एक कथित 30 साल पुरानी घटना का जिक्र करते हुए बीजेपी नेता ने कहा कि ‘एचडी रेवन्ना के लिए यह कोई नई बात नहीं है। हम इंग्लैंड में थे और तभी रेवन्ना को रंगे हाथों पकड़ा गया था। क्या आपको लगता है कि उन्होंने इंग्लैंड में सहमति से ऐसा किया होगा? उनका आचरण सदैव संदिग्ध रहा है।’
एचडी रेवन्ना के बेटे प्रज्वल की तरह वह देश से भागना नहीं चाहते थे, इसलिए एसआईटी ने उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया है। जल्द ही सीबीआई प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ ब्लू कॉर्नर नोटिस भी जारी कर सकती है। कांग्रेस की आलोचनाओं के बाद राष्ट्रीय महिला आयोग ने दोनों आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। कांग्रेस राष्ट्रीय महिला आयोग की प्रतिक्रिया पर जमकर हमलवार रही है। इस प्रकरण में राष्ट्रीय महिला आयोग के बयान न आने का गंभीर आरोप कांग्रेस ने लगाया है।
वही लगभग 700 नागरिकों द्वारा हस्ताक्षरित एक खुला पत्र पर हस्ताक्षर किये गये। पत्र में NCW की कमजोर प्रतिक्रिया और प्रज्वल के देश से भागने के तरीके पर सवाल उठाए गए हैं और उसे जल्द से जल्द भारत वापस लाने की मांग की गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एसआईटी ने मदद के लिए एक पुलिस अधीक्षक, दो पुलिस निरीक्षकों सहित आठ अधिकारियों का एक सहायक स्टाफ नियुक्त किया है। इस नियुक्ति का आदेश सरकार की ओर से जारी कर दिया गया है। मामले के संबंध में एसआईटी अब तक 50 से अधिक स्थानों पर तलाशी ले चुकी है।
वही काग्रेस नेता राहुल गांधी ने राज्य सरकार को पत्र लिख कर इस घटना की निंदा करते हुवे कार्यवाही की मांग किया था। जिसके बाद मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने खुद बैठक में इस मामले में एसआईटी के प्रगति का अवलोकन किया। कांग्रेस प्रज्वल रेवन्ना और एचडी रेवन्ना को लेकर केंद्र सरकार पर हमलावर है। कांग्रेस इस सम्बन्ध में प्रधानमन्त्री के बयान की मांग कर रही है।