धर्मेन्द्र ने ही किया था अपनी माँ यशोदा और दिव्यांग भाई का बेरहमी से क़त्ल, घटना को लुट की शक्ल देने से रहा नाकाम और ऐसे आया पुलिस के घेरे में
सरताज खान
गाज़ियाबाद (लोनी): सोमवार की रात लोनी बॉर्डर थाना अंतर्गत गुलाब वाटिका कॉलोनी में अपने घर की दूसरी मंजिल पर सो रही गृहस्वामीनी यशोदा व उसके दिव्यांग बेटे की हत्या कर देने की घटना से क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी। घटना के दौरान घर की तीसरी मंजिल पर मृतका का दूसरा बेटा धर्मेंद्र व उसकी पत्नी भी सोये हुए थे। धर्मेन्द्र और उसकी पत्नी का कहना था कि उनको घटना की जानकारी ही नही हुई।
धर्मेन्द्र और उसकी पत्नी ने घर में लूट करने आए लुटेरों का विरोध करने पर बदमाशों द्वारा डबल मर्डर की घटना को अंजाम देने की बात कहकर पुलिस को गुमरह करने का प्रयास किया था। हालाकि कमरे का मंजर यह साफ पुकार-पुकार कर कह रहा था कि मां-बेटे की हत्या होने से पूर्व उनकी हमलावरों के साथ जद्दोजहद हुई थी जो इस दौरान वह अपनी जान बचाने में नाकाम रहे।
इस डबल मर्डर की सूचना पाकर पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया और एसओ लोनी बॉर्डर कृष्ण कुमार मय पुलिस बल घटना स्थल पर पहुंचे और फोरेंसिक टीम की मदद से जांच कार्य में जुट गए। वहीं दूसरी ओर डीसीपी सरल विवेक चंद यादव व एसीपी अंकुर विहार भास्कर वर्मा ने भी घटना स्थल का निरीक्षण किया जिनके लिए इस घटना का खुलासा एक चुनौती बन गया था। पघटना के मामले की जांच पड़ताल में जुटी पुलिस मृतको के परिजनों व परिचितों को भी शक के दायरे में रखकर चल रही थी।
आखिर पुलिस को चंद घंटों में इस बड़ी घटना का खुलासा करने में उस समय कामयाबी हासिल हुई जब जांच पड़ताल के दौरान इस डबल मर्डर का आरोपी खुद मृतका का बड़ा बेटा धर्मेंद्र ही मिला। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर उसके कब्जे से हत्या में प्रयुक्त खाट का एक पाया बरामद किया है। पुलिस का कहना है कि पकड़े गए अभियुक्त ने पुलिस पूछताछ के दौरान अपना जुल्म कबूल करते हुए बताया कि उस पर डेढ़ लाख रुपए का कर्ज है, मां से पैसे मांगने पर उसने इनकार कर दिया था, जबकि उसके दूसरे भाइयों को वह पैसे देती रहती है। इसी बात से कुंठित होकर मैंने शराब के नशे में अपनी मां व छोटे भाई की हत्या कर दी है।