उफ़ ये शक…! पत्नी पर बेवफाई का शक करते हुवे पति ने उसके प्राइवेट पार्ट में दो छेद कर बंद कर दिया ताला, चीखती चिल्लाती रही पत्नी मगर उपेन्द्र का नही पिघला दिल और फेक दिया उस ताले की चाभी
तारिक़ खान
डेस्क: एक शक इंसान की ज़िन्दगी ही नहीं बल्कि पुरे परिवार को बर्बाद कर देता है। शायद यही शक उपेन्द्र के परिवार को बर्बाद करने का कारण बन गया। नेपाल के एक गाँव से अपने परिवार के साथ 30 साल का उपेन्द्र पुणे आया था कमाने। जहा उसने महज़ अपने शक की बुनियाद पर ही अपनी पति के साथ क्रूरता की हद पार करते हुवे उसके प्राइवेट पार्ट पर दो छेड़ कर उसमे ताला बंद कर दिया और चाभी फेक दिया।
पुणे के पास पिंपरी-चिंचवड़ में वाकड पुलिस स्टेशन के क्षेत्र में यह भयावह घटना 11 मई की रात में हुई। रात में उपेन्द्र हुडाके जो परिवार के साथ नेपाल के एक गाँव से पुणे रोज़गार के लिए आया था नशे में चूर होकर घर आया और अपनी पत्नी के साथ मारपीट करने लगा। उसने उसे रसोई का चाकू दिखाकर धमकाया और उस पर बेवफाई करने का आरोप लगाया। उसकी पत्नी ने विरोध करते हुए आरोप नकार दिया। जिसके बाद पत्नी पर भरोसा न करते हुए उपेन्द्र उसे पीटता रहा और उसे फर्श पर गिराकर स्टोल से बांध दिया।
उसकी पत्नी उपेंद्र से रुकने की विनती कर रही थी। मगर शक का भुत उपेन्द्र पर ऐसा चढ़ा था कि उसने एक ब्लेड लिया और अपनी पत्नी के गुप्तांग के दोनों किनारों पर दो छेद कर दिए। उसने छेदों पर लोहे के पेंच लगाए और उस पर एक छोटा सा पीतल का ताला लगा दिया। असहाय महिला खून से लथपथ पड़ी थी और मदद के लिए चिल्ला रही थी। उपेंद्र ने ताले की चाबी भी फेंक दी। महिला की चीखें सुनकर पड़ोस में रहने वावे मजदूर ललित परिहार दौड़कर आए। उन्होंने फर्श पर पड़ी खून से लथपथ बुरी तरह घायल महिला को दर्द से कराहते हुए देखा।
उन्होंने मदद के लिए वहां रहने वाले कुछ अन्य नेपालियों सहित आसपास के कई लोगों को बुलाया। उन्होंने महिला को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया। अस्पताल में महिला को लगाए गए पेंच और ताले को हटाने व गहरे घावों को सिलने के लिए उसकी आपातकालीन सर्जरी की गई। पुणे के पास पिंपरी-चिंचवड़ में वाकड पुलिस स्टेशन के अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। आरोपी 30 साल के उपेन्द्र हुडाके को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसकी 28 साल की पत्नी की एक स्थानीय अस्पताल में इमरजेंसी सर्जरी की गई है। उसकी हालत अब ‘स्थिर’ बताई जा रही है।
वकाड पुलिस स्टेशन के जांच अधिकारी बालाजी मेटे ने आईएएनएस को बताया कि, ‘दंपति नेपाल के एक गांव के रहने वाले हैं। वे रोजगार की तलाश में मई की शुरुआत में पुणे आए थे। वे वाकड के पास उपेन्द्र हुडाके की बहन और उसके परिवार के साथ रह रहे थे।’ बालाजी मेटे ने बताया कि पांच दिन बाद गुरुवार को जब उसकी हालत बेहतर हुई तो महिला ने हिम्मत जुटाई और वाकड पुलिस स्टेशन में अपने पति के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने कहा कि, ‘हमने क्रूर अपराध का तुरंत संज्ञान लिया और आरोपी हुडके को गिरफ्तार कर लिया। उसे वाकाड अदालत के समक्ष पेश किया गया, जिसने उसे दो सप्ताह की मजिस्ट्रेट हिरासत दी है।’