कॉल गर्ल बनने से युवती ने किया इंकार तो नंगा कर मारा, जंगल में मिली लाश, लडकियों को कॉल गर्ल बनाने के लिए करता था यह गैंग रेप, ऐसे चढ़ा पुलिस के हत्थे
प्रमोद कुमार
जयपुर: जयपुर पुलिस को हत्या के एक मामले में एक ऐसे गैंग का खुलासा करने में सफलता मिली है जो कॉलगर्ल बनाने के लिये पहले लड़कियों से रेप करता था और अगर कोई लड़की इसका विरोध करती तो उसकी हत्या कर देता था। पुलिस ने लड़कियों से जबरन वेश्यावृत्ति करवाने वाले इस गैंग में शामिल एक महिला समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। फिराफ्तर आरोपियों का नाम आशाराम स्वामी, राहुल अग्रवाल, सुनिल कुमार उर्फ सोनिया और मनीषा उर्फ कनक है।
पुलिस के मुताबिक 2 जून को करधनी इलाके के 7 नंबर बस स्टैंड से मंगलम सिटी की तरफ जाने वाली रोड के पास एक अज्ञात महिला का नग्न शव मिला था। उसके चेहरे पर धारदार हथियार से कई वार किए गए थे। पहचान मिटाने के लिए उसका चेहरा पूरी तरह बिगाड़ दिया गया था। पुलिस के लिए महिला की पहचान करना मुश्किल हो रहा था। जहां डेड बॉडी मिली थी पुलिस ने उसके आसपास की सभी सड़कों से आने और जाने वाली गाड़ियों का डेटा और सीसीटीवी फुटेज चेक की। जांच के दौरान एक OMNI VAN गाड़ी पर शक गहराया। उस गाड़ी के नंबर के आधार पर जानकारी निकाली गई। और तभी पता चला कि गाड़ी का नंबर फर्जी था।
इसके बाद पुलिस ने गाड़ी के मूवमेंट को ट्रैक करना शुरू कर दिया। आखिरकार पुलिस गाड़ी को ट्रैक करते हुए आरोपियों के ठिकाने तक पहुंच गई। वहां पुलिस के अधिकारियों ने सादी वर्दी में तैनात रह कर गैंग के बारे में और जानकारी इकट्ठा की। इसी जानकारी के बूते पुलिस ने आरोपियों की पहचान कर ली और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपियों ने बताया कि मृतका से वेश्यावृत्ति करवाने से पहले उन्होंने शरीरिक संबंध बनाने की कोशिश की थी। जब मृतका ने विरोध किया तो उसकी हत्या कर दी गई। हत्या करने के बाद आशाराम स्वामी और राहुल अग्रवाल ने पहचान छुपाने के लिए महिला की डेड बॉडी को गाड़ी में ले जाकर घटना स्थल पर फेंका और फरार हो गए थे।
पूछताछ में पता चला कि दो साल पहले गैंग ने एक अज्ञात महिला की हत्या इसी तरीके से की थी। ये वाकया 22 मई 2022 को हुआ था। महिला ने शारीरिक संबंध बनाने का विरोध किया था। उसकी धारदार हथियार से हत्या कर उसके शव को नग्न अवस्था में जंगल में फेंक दिया गया था। जयपुर वेस्ट डीसीपी अमित कुमार के मुताबिक, साल 2022 में एक लडकी को पश्चिम बंगाल से बहाने से बुलाया गया। यहां उससे वेश्यावृत्ति करवाई गई। उसके साथ शारीरिक संबंध बनाने की कोशिश की गई। जब उसने इसका विरोध किया तो उसकी हत्या कर दी। बाद में उसके चेहरे पर भी धारदार हथियार से कुचल कर कालवाड में फेंक दिया। इस सिलसिले में पुलिस ने आरोपी आशाराम स्वामी, राहुल अग्रवाल, सुनिल कुमार उर्फ सोनिया और मनीषा उर्फ कनक को गिरफ्तार किया है।
इससे पहले 2019 में भी आरोपी आशाराम स्वामी और राजपाल सिंह द्वारा एक लड़की के साथ मारपीट कर उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए जाने की रिपोर्ट दर्ज की थी जिसके बाद वो जेल भी गए थे। अब जाकर ये गैंग पकड़ में आया है। बीते दो सालों में दो महिलाओं के कत्ल में इस गैंग का रोल सामने आया है। बाकी जांच जारी है।