बस्ती में तैनात सीओ की रंगीन मिजाजी उनकी राजस्थानी महिला मित्र को पड़ी भारी, सरकारी आवास पर सीओ और महिला मित्र को साथ देख अचानक पहुची सीओ की पत्नी और बेटी ने किया महिला की जमकर पिटाई
फारुख हुसैन
डेस्क: बस्ती जिले में तैनात पुलिस क्षेत्राधिकारी सदर विनय सिंह चौहान की रंगीन मिजाजी उनकी राजस्थानी महिला मित्र को भारी पड़ी और सरकारी आवास पर आई महिला मित्र की क्षेत्राधिकारी की पत्नी और उनकी बेटी ने जमकर पिटाई कर दिया। महिला के आरोपों को आधार माने वह तो बस्ती में सीओ सदर के सरकारी आवास पर उनसे मिलने आई थी। इस दरमियान क्षेत्राधिकारी की पत्नी व बेटी आ गई और उन्होंने उसे जमकर पीटा।
महिला मित्र का आरोप है कि उन्होंने मुझे कमरे में बंद करके जूतों से मारा। साथ ही आरोप है कि इस मामले में सीओ ने अपनी पत्नी व बेटी का पक्ष लिया। इसके साथ ही अपनी प्रेमिका को दो महिला कॉन्स्टेबल बुला कर गिरफ्तार करवा दिया। घटना से आहात प्रेमिका ने शिकायत जयपुर में दी थी, जहा जीरो ऍफ़आईआर दर्ज होने के बाद अब इस मामले की विवेचना बस्ती ट्रांसफर हुई है, जहा जांच सिद्धार्थनगर एसपी को सौंपी गई है। घटना संज्ञान में आते ही आईजी रेंज ने उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिए।
इस हाईप्रोफाइल मामले में अब सीओ पर कार्रवाई तय मानी जा रही है। सूत्रों के मुताबिक राजस्थान प्रांत की महिला चिकित्सक सीओ के सरकारी आवास पर बीते मई माह की 26 तारीख को पहुंची थीं। सीओ के साथ महिला चिकित्सक की लंबे समय से मित्रता बताई जाती है। इसी दौरान अचानक सीओ की पत्नी भी वहां पहुंच गईं। महिला डॉक्टर को अपने सीओ पति के घर देख वह आपा खो बैठीं। बताया जाता है कि दोनो के बीच जमकर मारपीट हुई।
चर्चा यहां तक है कि घटना के वक्त सीओ ने पत्नी की तरफदारी करते हुए अपनी मित्र महिला चिकित्सक के साथ बदसलूकी कर दी। आहत महिला ने इस मामले में सीओ और उनकी पत्नी के खिलाफ कार्रवाई करने लिए जिले से लेकर राजधानी तक के पुलिस उच्चाधिकारियों को प्रार्थना-पत्र दिया। जैसे ही यह मामला पुलिस महानिरीक्षक के संज्ञान में आया तो उन्होंने पहले एसपी बस्ती से रिपोर्ट मांगी। इसकी जांच एडिशनल एसपी बस्ती की ओर से की गई। लेकिन एएसपी की जांच को खारिज करते हुए आईजी ने एसपी सिद्धार्थनगर को जांच सौंपी है।
जिले का हाईप्रोफाइल मामला डीजीपी मुख्यालय तक पहुंच गया है। शासन स्तर पर इसकी मानीटरिंग की जा रही है। डिप्टी एसपी से जुड़े हाईप्रोफाइल इस मामले में एसपी सिद्धार्थनगर की रिपोर्ट का उच्चाधिकारियों को इंतजार है। रिपोर्ट आने के बाद डीएसपी पर विभागीय कार्रवाई तय मानी जा रही है।