नाटी इमली चौकी इंचार्ज करे भले अक्कड़ बक्कड़, मगर चौकाघाट मछलीमंडी के पीछे जमकर जुआ खिलवाता है लक्कड़, सपा नेता के संरक्षण में होते जुआ में पुलिस की भूमिका संदिग्ध, वीडियो गवाह है इस्पेक्टर साहब
तारिक़ आज़मी
वाराणसी: वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस लाख दावे करे कि वह अपराध और अपराधियों पर अंकुश लगा रही है। मगर ज़मीनी हकीकत ये है कि मछली मार्किट में होने वाला जुआ आज भी बंद नही हुआ है। इसका कारण अज्ञात है, मगर इतना तो ज़रूर है कि चेतगंज थाना क्षेत्र के नाटी इमली चौकी क्षेत्र स्थित चौकाघाट मछली मार्किट में होने वाले जुआ का कई बार वीडियो वायरल हुआ और कई बार कई प्लेटफार्म कर खबरे लिखी गई, नतीजा शुन्य ही निकला।
सच कहे तो अक्कड़ बक्कड़ लाख नाटी इमली चौकी इंचार्ज करे, मगर मछली मार्किट में एक सपा नेता के संरक्षण में जुआ लक्कड़ खिलवा रहा है। सीधे नाल उतरती है और रोज़ का लक्कड़ सिर्फ नाल का ही 4-5 हजार लेकर रात को घर चला जाता है। कहने को फैंटम रोज़ इस इलाके में गश्त करती है। मगर ये गश्त सिर्फ कागजों पर उसी तरह रहती है जैसे कागजों पर फिजाओं का माहोल गुलाबी रहता है। वही अक्सर लक्कड़ के शरणदाता एक सपा नेता को इलाके के पुलिस से मेल जोल करते देखा जाता है.
लक्कड़ के इस हिम्मत की भी दाद देना पड़ेगा कि कई लोगो ने इसके जुआ के खिलाफ खबरे चलाया। मगर नतीजा सिर्फ इतना निकलता है कि एक दो दिन लक्कड़ काम बंद करता है और उसके बाद दुबारा खुल्लम खुल्ला नदी के किनारे शुरू कर देता है। स्थानीय लोगो का आरोप है कि लक्कड़ के कारण आस पास घरो में जुआड़ी छोटी मोटी चोरिया भी करने लगे है। पुलिस की गश्त इस इलाके में होती ही नहीं है।
अब सवाल ये है कि नाटी इमली चौकी इंचार्ज और उनका फैंटम दस्ता की भूमिका संदिघ है कि नही? इस क्षेत्र में आखिर कैसे गश्त करता है कि उसको लक्कड़ के इस जुआ अड्डे पर नज़र नही पड़ती है। नीले गगन के तले और सुबह से शुरू होने वाला जुआ धुप तेज़ होने के बाद पेड़ की छाव में पलने लगता है। वीडियो में आपको साफ़ साफ़ जुंड दिख रहा होगा कि किस तरीके से जुआ हो रहा है। मगर शायद ये जुआड़ी मिस्टर इंडिया है जो हमे आपको तो दिखाई देते है मगर सिर्फ पुलिस को दिखाई नही देते है। अब तो लक्कड़ और भी बहादुर हो गया है. सपा नेता के द्वारा मिले उसको प्रोत्साहन ने उसकी हिम्मत बढ़ा दिया है और वह मोबाइल लाटरी भी खिलवा रहा है.
बहरहाल, इस्पेक्टर चेतगंज बार बार इस बात को दोहराते है कि वह समस्त कार्यवाही नियमो के दायरों में करते है। और किसी शरीफ को परेशान नही करते है। मगर उन्ही इस्पेक्टर चेतगंज को लक्कड़ की जुआ फड और लाटरी पर कार्यवाही नही हो पाती है। बेशक ऐसे जुआ और लाटरी पर अगर कार्यवाही नही होती तो पुलिस की कार्यशैली पर ही उंगली उठती है।