वाराणसी स्मार्ट सिटी और उसका सुपर स्मार्ट जलकल विभाग, लल्लापुरा (बादशाहबाग़) का बजबजाता सीवर और जलकल द्वारा खोदा गया गड्ढा बना रहा जीवन को नरकीय, उस पर पेयजल ने कर दिया जीना मुहाल

तारिक़ आज़मी

वाराणसी: बड़े बड़े दावो वाले नगर निगम वाराणसी खुद को स्मार्ट होने का भी दावा करता है। मगर वह कितना स्मार्ट है उसकी एक झलक आपको देखना है तो गलियों के इस शहर की गलियों को थोडा घूम ले। फिर स्मार्ट कितना है ये शहर और कितनी तरक्की कर रहा है उसका जीता जागता नमूना आपके सामने रहेगा।

आज आपको रूबरू करवाते है बादशाहबाग़ से। नगर निगम के वार्ड लल्लापुरा में एक इलाका है बादशाहबाग़। यहाँ पार्षद कांग्रेस के खगोलन साहब है, मगर हकीकत में उनका गोल वार्ड मुलभुत समस्याओं से जमकर जूझ रहा है। बादशाहबाग़ में एक तो बजबजाता हुआ सीवर और उसके ऊपर खोदा गया जलकल विभाग का गड्ढा लोगो के जीवन को नारकीय कर चूका है। उस पर सोने पर सुहागा कर रखा है पेयजल समस्या ने।

इलाके के मकान नम्बर सी019/9,K-1-s के पास जलकल विभाग ने गड्ढा खोद रखा है। जिसमे सीवर और बारिश का पानी भरा हुआ है। खुदा तो तीन दिन पहले का है, मगर भरेगा कब इसका कोई जवाब जलकल की जेई साहिबा के पास नहीं है क्योकि वह आवाम को आश्वासन पर आश्वासन दे रही है। वही बहते सीवर को जलकल की जेई साहिबा निर्देशित कर देती है, मगर सुपरवाइज़र साहब केवल दो चार फर्राटी से काम चला लेते है। जिसके दो दिनों बाद ही सीवर दुबारा किसी बदकिस्मत के आंसू की तरह बहने लगता है।

पेयजल संकट से जूझ रहा महीनो से इलाका

यही नही इस इलाके में जलकल विभाग के पानी सप्लाई की समस्या अब विकराल हो चुकी है। मनमाना घरजाना के तर्ज पर अब जलकल विभाग का वाटर सप्लाई है। पानी की ज़िम्मेदारी लेकर बैठा शख्स जब मूड हुआ तो पानी चालू करता है, और नही हुआ तो शायद दो तीन दिन तक नज़र न आये। हालत ऐसी नासाज़ इलाके की हो चुकी है कि जिनके घर पर बोरिंग लगी है आम जनता उनके रहम-ओ-करम पर निर्भर है। टैक्स देती है जनता जलकल और नगर निगम को, पानी पडोसी से ले तो आप स्थिति समझ सकते है।

इलाके की दुर्व्यवस्था पर हमसे बात करते हुवे स्थानीय नागरिक हिफाज़त अली ने कहा कि इलाके के ‘पार्षद से शिकायत करो तो कहते है कल हो जायेगा, जेई से शिकायत करो तो कहती है कल हो जायेगा। मगर ये कल आज तक नही हुआ है। कई लोगो ने आश्वासन तो खूब दिया है। मगर आश्वासन पर हमारा जीवन कब तक चलेगा ये बड़ी बात है। हमारे पार्षद खगोलन को इस इलाके से सबसे अधिक मत और समर्थन मिलता है, मगर उनका साथ पुरे 5 साल तक इलाके को नही मिलता। अगले बार आने पर कहते है इस बार सब ठीक होगा, मगर जीत कर गायब हो जाते है।’

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