जम्मू कश्मीर के गांदरबल में निर्माणाधीन सुरंग के पास चरमपंथी हमले में 7 की मौत, बोले उमर अब्दुल्लाह ‘बेहद कायराना हरकत’, अमित शाह ने कहा ‘दोषी बक्शे नही जायेगे’
निसार शाहीन शाह
जम्मू: कल रविवार को जम्मू-कश्मीर के गांदरबल ज़िले में एक निर्माणाधीन सुरंग के पास चरमपंथी हमले में एक चिकित्सक और 6 मजदूरो की मौत हो गई है। मृतकों के संख्या की जानकारी समाचार एजेंसी पीटीआई ने अधिकारियों के हवाले से दिया है। इस हमले पर प्रतिक्रिया देते हुवे सीएम उमर अब्दुल्लाह ने कहा है कि यह एक कायराना हरकत है। वही गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि दोषी बक्शे नही जायेगे।
अधिकारियों ने बताया कि अज्ञात चरमपंथियों ने यह हमला तब किया, जब गांदरबल में सोनमर्ग इलाक़े के गुंड में सुरंग परियोजना पर काम कर रहे मजदूर और अन्य कर्मचारी देर शाम अपने शिविर में लौट आए थे। पीटीआई ने अधिकारियों के हवाले ये कहा है, ‘दो मज़दूरों की मौक़े पर ही मौत हो गई थी जबकि डॉक्टर और अन्य चार मज़दूरों की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। फ़िलहाल हमले में घायल हुए पाँच लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है।’
पीटीआई ने बताया है कि चरमपंथी हमले में मारे गए लोगों की पहचान डॉ। शाहनवाज़, फ़हीम नज़ीर, कलीम, मोहम्मद हनीफ़, शशि अबरोल, अनिल शुक्ला और गुरमीत सिंह के रूप में हुई है। आठ अक्तूबर को जम्मू-कश्मीर चुनाव के नतीजे आए थे और सरकार गठन के बाद यह पहला मौक़ा है जब इतना बड़ा चरमपंथी हमला हुआ है। इससे पहले 18 अक्तूबर को जम्मू कश्मीर के शोपियां ज़िले में अशोक चौहान का शव मिला था। उनके शरीर पर गोलियों के निशान थे।
अशोक चौहान मूल रूप से बिहार के रहने वाले थे और जम्मू कश्मीर में मज़दूरी करते थे। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्लाह ने हमले को कायरतापूर्ण बताते हुए इसकी निंदा की है। उन्होंने एक्स पर लिखा, ‘सोनमर्ग क्षेत्र के गगनगीर में ग़ैर-स्थानीय मजदूरों पर कायरतापूर्ण हमले की बेहद दुखद ख़बर है। ये लोग इलाके़ में एक प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजना पर काम कर रहे थे। मैं निहत्थे निर्दोष लोगों पर हुए इस हमले की कड़ी निंदा करता हूं और उनके प्रियजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं।’
चरमपंथी हमले की निंदा करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि इस हमले में शामिल लोगों को बख़्शा नहीं जाएगा। अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स पर लिखा, ‘जम्मू-कश्मीर के गगनगीर में नागरिकों पर कायरतापूर्ण आतंकी हमला घृणित कार्य है। इस जघन्य कृत्य में शामिल लोगों को बख़्शा नहीं जाएगा और उन्हें हमारे सुरक्षा बलों से कड़ी प्रतिक्रिया का सामना करना पड़ेगा। अपार दुःख की इस घड़ी में, मैं मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।’ जम्मू ज़ोन के एडीजीपी आनंद जैन का कहना है कि जम्मू-कश्मीर पुलिस किसी भी हादसे से निपटने के लिए अपने पूरे जोश से लड़ने को तैयार है।