मुम्बई: टाटा हॉस्पिटल के बाहर लंगर बाट रहे व्यक्ति ने कहा ‘जय श्री राम बोलो तब भोजन मिलेगा’, लाइन में लगी मुस्लिम महिला ने कहा ‘भेदभाव न करो’, वीडियो हुआ वायरल, पुलिस ने भेजा आरोपी व्यक्ति को नोटिस
आफताब फारुकी
डेस्क: महाराष्ट्र के मुंबई में टाटा हॉस्पिटल के बाहर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में एक शख्स लोगों को खाना बांटते हुए नजर आ रहा है। लेकिन, आरोप है कि खाना बांटते के समय यह शख्स लोगों को ‘जय श्री राम’ का नारा लगाने कह रहा है। आरोप है कि इस व्यक्ति ने एक मुस्लिम महिला को भी नारे लगाने के लिए कहा। इसके बाद कुछ लोगों ने जब लगातार शख्स को ऐसा करते देखा तो वीडियो बनाना शुरू कर दिया।
वीडियो में लोग बता रहे हैं कि खाना बांट रहे हैं और ‘जय श्री राम’ कहने के लिए कह रहे हैं, उसमें कुछ आपत्तिजनक नहीं है। वहीं कुछ लोग ये भी कह रहे हैं कि खाना बांटने के नाम पर ऐसे नारे लगवाना गलत है। ये भेदभाव है दूसरे धर्म के व्यक्ति पर उसे थोप नहीं सकते हैं। इस बीच हिजाब पहनी एक महिला इस बात का विरोध कर रही है कि उसे नारे लगाने के लिए कहा गया। उसका कहना है कि नारे नहीं लगाए तो उसे भगा दिया गया और खाना नहीं दिया गया। बुजुर्ग व्यक्ति खुद मान रहा है कि वह नारे लगाकर लोगों को खाना बांट रहा है, इसमें कुछ गलत नहीं है।
वीडियो में देखा जा सकता है कि एक व्यक्ति भंडारा बांट रहा है, जिसमें वह कतार में खड़े लोगों से कह रहा है कि जिसको खाना लेना होगा वह ‘जय श्री राम’ का नारा लगाएगा। जिसको ‘जय श्री राम’ नहीं बोलना है, वह लाइन में नहीं आएगा। कतार में एक मुस्लिम महिला भी है, जो इस पर आपत्ति जताती है। उसे बुजुर्ग व्यक्ति भगाने लगता है और फिर दोनों में तीखी बहस होने लगती है। इस बीच वीडियो बनाने वाला शख्स हस्तक्षेप करता है जिसे महिला कहती है, ‘बुजुर्ग शख्स कह रहा है कि जय श्री राम बोलोगी तभी खाना दूंगा, नहीं तो भागो यहां से’’ इस पर वह व्यक्ति कहता है कि जब वह बोल रहे हैं तो आप खाना मत लीजिए। ‘जय श्री राम’ बुलवा कर खाना दे रहे हैं तो आप मत लो।
वही सोशल मीडिया पर दो तरह की प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। एक वह जो इस पूरी घटना का विरोध कर रहे है और इसकी आलोचना कर रहे है। वही दुसरे तरफ ऐसे लोंगो की भी कमी नही है जो भूख पर भी मज़हब की सियासत कर रहे है। रिटायर्ड आईएएस सूर्य प्रताप सिंह ने वीडियो पोस्ट कर घटना का समर्थन करते हुवे लिखा है कि ‘अगर कोइऊ हिन्दू राम के नाम पर लंगर लगा रहा है तो प्रसाद खाने वाले को श्री राम में श्रद्धा तो होनी चाहिए, जय श्रीराम बोलो, लंगर खाओ, दिक्कत क्या है? रामनवमी यात्रा पर पत्थर फेकने हो, राम नाम का लंगर -खाना चाहते हो- ये तो ठीक बात नही है।’
अगर कोई हिंदू राम के नाम पर लंगर लगा रहा है तो प्रसाद खाने वाले को श्री राम में श्रद्धा तो होनी चाहिये।
जय श्री राम बोलो, लंगर खाओ, दिक़्क़त क्या है?
रामनवमी यात्रा पर पत्थर फेंकते हो, राम नाम का लंगर खाना चाहते हो- ये तो ठीक बात नहीं। pic.twitter.com/VncPpYkVir
— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) October 30, 2024
सूर्य प्रताप सिंह के सम्बन्ध में बताते चले कि कुछ समय पहले तक यह रिटायर्ड आईएएस सरकार के हर के कदम की आलोचना करते हुवे खुद को सेक्युलर साबित करते थे। मगर अचानक ह्रदय परिवर्तन हुआ है और उन्होंने अपनी सभी पुराने ट्विट को डिलीट कर दिया तथा अब सरकार के हर एक कदम की सराहना करते हुवे मुस्लिम समाज को निशाने पर रखते है। बहरहाल, पुलिस ने वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुवे इस वीडियो में दिखाई दे रहे शख्स को नोटिस भेज दिया है।