महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में मतदान के पूर्व संध्या पर भाजपा प्रत्याशी पैसे बाटने के आरोपों में घिरे
तारिक खान
डेस्क: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से एक दिन पहले बहुजन विकास अघाड़ी के कार्यकर्ताओं की ओर से बीजेपी नेता विनोद तावड़े पर पैसे बांटने का आरोप लगाने का मामला तूल पकड़ने लगा है। हालांकि, विनोद तावड़े ने आरोपों को ख़ारिज किया है और ये कहा है कि वो चुनाव आयोग की ओर से निष्पक्ष जाँच किए जाने का समर्थन करते हैं।
इस बीच कांग्रेस पार्टी ने भी इस मामले पर प्रतिक्रिया दी है। पार्टी प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने प्रेस कॉन्फ़्रेंस में कहा है, ‘हमने महाराष्ट्र में पूरे चुनाव में सत्ता और संसाधनों का दुरुपयोग करते हुए बीजेपी, उनके घटक दलों और महाझूठी सरकार को देखा है। अब बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव पैसे बांटते हुए रंगे हाथों पकड़े गए हैं। सवाल ये है कि चुनाव आयोग अब क्या करेगा?’
शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे गुट के नेता संजय राउत ने कहा, ‘बीजेपी की योजना खत्म हो गई। ठाकुर ने (क्षितिज ठाकुर) वो किया जो चुनाव आयोग को करना चाहिए था। चुनाव आयोग के अधिकारी हमारे बैग चेक करते हैं, लेकिन बीजेपी के इन लोगों की कोई जाँच नहीं होती।’ वहीं महाराष्ट्र के एडिश्नल चीफ़ इलेक्शन ऑफ़िसर किरण कुलकर्णी ने कहा, ‘सूचना मिलने के बाद पुलिस नालासोपारा पहुंची। चुनावी आचार संहिता का पालन सुनिश्चित करने के लिए बनाई गई फ्लाइंग स्क्वॉड भी मौके पर पहुंची। कुछ बरामदगी भी की गई है। अलग-अलग धाराओं के तहत एफ़आईआर दर्ज कराए जाने की प्रक्रिया अभी चल रही है। फिलहाल सबकुछ नियंत्रण में है। अगर कोई आचार संहिता का उल्लंघन करेगा तो उस पर क़ानून के तहत कार्रवाई होगी।’
महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर एक चरण में बुधवार यानी 20 नवंबर को मतदान होना है और नतीजे 23 नवंबर को आएंगे। दरअसल, बहुजन विकास अघाड़ी के विधायक क्षितिज ठाकुर और उनके कार्यकर्ताओं ने बीजेपी पर पैसे बांटने का आरोप लगाया है। मंगलवार को पालघर ज़िले के नालासोपारा विधानसभा क्षेत्र में एक होटल में बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े एक बैठक कर रहे थे। इसी दौरान बहुजन विकास अघाड़ी के कार्यकर्ताओं ने होटल के बाहर खूब हंगामा किया।
वहीं, हंगामे के बाद विनोद तावड़े ने मीडिया को बताया, ‘नालासोपारा विधानसभा चुनाव क्षेत्र में कार्यकर्ताओं की बैठक चल रही थी। वहां पर चुनाव के दिन की आचार संहिता के बारे में बताने के लिए मैं पहुंचा था। सामने वाले हमारे मित्र पार्टी के लोगों (क्षितिज ठाकुर) को लगा कि हम पैसे बांट रहे हैं। चुनाव आयोग, पुलिस इसकी जांच कर ले। सीसीटीवी फुटेज देख ली जाए। फिर भी चुनाव आयोग को निष्पक्ष जाँच करनी चाहिए, ये मेरा मानना है।’