मणिपुर की ताज़ा हिंसा पर बोले सीएम विरेन सिंह ‘जब तक “कुकी आतंकवादियों” को सजा नही मिलती हम चैन से नहीं बैठेगे’
तारिक खान
डेस्क: मणिपुर की ताज़ा हिंसा पर राज्य के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह प्रतिक्रिया देते हुवे बीते हफ़्ते, 11 नवंबर को जिरीबाम में एक मैतेई परिवार के 6 (3 महिला, 3 बच्चे) कथित अपहरण और हत्या को ‘मानवता के ख़िलाफ़ अपराध’ बताया है। उन्होंने कहा है कि अपराधियों की तलाश जारी है। साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा राज्य में किये जा रहे शांति के प्रयास की सराहना किया है।
बताते चले कि 11 नवंबर को हथियारबंद लोगों ने एक राहत शिविर कैंप पर हमला कर दिया था। मुठभेड़ में सीआरपीऍफ़ के जवानों ने 10 उग्रवादियों को मार गिराया था। इंडियन एक्सप्रेस की ख़बर के मुताबिक़, राज्य की पुलिस का कहना है कि ये लोग ‘हमार’ उग्रवादी थे। इसी दिन ख़बर आई कि उग्रवादियों ने 6 लोगों का अपहरण कर लिया। इसके बाद अलग-अलग दिनों में 8 मैतेई लोगो के शव पाए गए।
There is no place in any society for terrorists who kills innocent women and children. pic.twitter.com/B2VsmJQM5u
— N. Biren Singh (@NBirenSingh) November 19, 2024
इस पर बीरेन सिंह ने अपने एक्स (पहले ट्विटर) हैंडल पर वीडियो के ज़रिए बयान पोस्ट किया। इसमें उन्होंने कहा कि ‘3 मासूम बच्चों और 3 मासूम महिलाओं की हत्या की ख़बर से दुखी हूं। एक सभ्य समाज में इस तरह की बर्बरता बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिरीबाम में कुकी आतंकवादियों ने उनकी हत्या कर दी थी। उनकी तलाशी जारी है। मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि उन्हें पकड़ा जाएगा और क़ानून के घेरे में लाया जाएगा। हम तब तक शांत नहीं बैठेंगे, जब तक उन्हें उनके कृत्य के लिए जवाबदेह नहीं ठहराया जाता।’
विरेन सिंह ने पुलिस की जवाबी कार्यवाही की प्रशंसा करते हुवे कहा है कि ‘मैं CRPF और राज्य की पुलिस के साहस और उनके कमिटमेंट की सराहना करता हूं। साथ ही, केंद्र के मेरे नेताओं की – ‘राज्य में शांति की कोशिशों के लिए’ – भी तारीफ़ करना चाहता हूं। केंद्र सरकार ने CAPF की 20 कंपनियां भेजी हैं। 50 अतिरिक्त कंपनियां भेजी जा रही हैं। इससे राज्य में ‘शांति बनाए रखने’ में मदद मिली।’
बीरेन सिंह का यह बयान इंफाल में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शनों के बाद आया है। इन प्रदर्शनों में गुस्साई भीड़ ने ख़ुद मुख्यमंत्री बीरेन सिंह समेत कई मंत्रियों, विधायकों के घरों को निशाना बनाया था। इस विरोध के बाद, एनडीए की सहयोगी नेशनल पीपुल्स पार्टी ने राज्य सरकार से समर्थन वापस ले लिया था। एनपीपी का नेतृत्व कॉनराड संगमा करते हैं और उनके 7 विधायक हैं। कॉनराड संगमा ने कहा था कि बीरेन सिंह के नेतृत्व वाली सरकार ‘संकट को हल करने में पूरी तरह विफल रही।’