वाराणसी: राजातालाब इस्पेक्टर अजीत वर्मा से साथ एक सड़क दुर्घटना के बाद भीड़ ने किया मारपीट, इस्पेक्टर की कार से दुर्घटनाग्रस्त हुवे ऑटो चालक की स्थिति गंभीर
ए0 जावेद
वाराणसी: राजातालाब थानाध्यक्ष अजीत कुमार वर्मा की शनिवार शाम एक सड़क हादसे के बाद आम नागरिको ने जमकर पिटाई कर दिया। इस दरमियान वह सिविल ड्रेस में थे और लगातार कह रहे थे कि मैं एसओ हु। मगर जनता एक्सीडेंट से उत्तेजित थी और वह कुछ सुनने को तैयार नही थी। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। घायल और इस्पेक्टर अजीत कुमार वर्मा दोनों के तरफ से ऍफ़आईआर पुलिस ने दर्ज किया है।
मिली जानकारी के अनुसार अजीत वर्मा सादी वर्दी में परिवार संग एक रिश्तेदार के यहां जा रहे थे। कथित रूप से उनकी तेज़ रफ्तार कार ऑटो से टकरा गई जिससे ऑटो चालक गंभीर रूप से घायल हो गया। मौके पर भीड़ इकट्ठा हो गई। भीड़ ने दौड़कर कार को घेरा और एसओ साहब को गाड़ी से बाहर खींच पीटने लगे। इस दौरान एसओ बोलते रहे मैं एसओ हूं, लेकिन लोग सुनने को तैयार नहीं थे। उग्र भीड़ जमकर थप्पड़ और लात घूसे बरसाती रही। कुछ देर बाद पुलिस मौके पर पहुंची। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे खिलाफ शिकायत दी है। लिखित शिकायत के बाद पुलिस ने दोनों पक्षों के तरफ से ऍफ़आईआर दर्ज कर लिया है।
थानाध्यक्ष राजातालाब अजीत कुमार वर्मा सादे ड्रेस में अपने परिवार के साथ कार चलाकर बाबतपुर से वाराणसी की तरफ जा रहे थे। वे हरहुआ तिराहे पर पहुंचे थे उसी समय बड़ागांव थानाक्षेत्र के भटौली गांव निवासी देवी शंकर राय (55) तिराहे पर ऑटो लेकर अचानक बाबतपुर की तरफ मुड़ने लगा। इसी दौरान कार से ऑटो में पीछे से टक्कर लग गई और ऑटो चालक घायल हो गया। कार चला रहे थानाध्यक्ष अपनी गाड़ी किनारे खड़ी कर ऑटो चालक को उपचार के लिए भेजने के लिए उतरे तो वहां एकत्रित भीड़ ने उन्हें मारपीट कर घायल कर दिया।
जानकारी मिलने के बाद बड़ागांव थाने की पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची। भीड़ से घिरे थानाध्यक्ष को बाहर निकालने के बाद घायल ऑटो चालक को एंबुलेंस से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हरहुआ ले गई। हरहुआ पीएचसी पर प्राथमिक उपचार करने के बाद ऑटो चालक को पंडित दीनदयाल अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। बाद में उसे ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया। घायल ऑटो चालक की हालत चिंता जनक बताई जा रही है। इस मामले में घायल ऑटो चालक के परिजनों द्वारा कार चालक पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए प्रार्थना पत्र दिया गया। वहीं, थानाध्यक्ष ने भी अज्ञात लोगों के विरुद्ध मारने-पीटने का आरोप लगाते हुए तहरीर दिया।
स्थानीय लोगों ने बताया कि इंस्पेक्टर अजीत के साथ मारपीट करने वाले घायल ऑटो चालक देवी शंकर राय के परिवार के नहीं थे। वहीं, इंस्पेक्टर के साथ सरेराह हुई मारपीट की घटना को लेकर समाजवादी पार्टी ने एक्स पर वीडियो पोस्ट कर कर लिखा कि यूपी में अराजकता अपने चरम पर है। वाराणसी में थानाध्यक्ष की पिटाई गंभीर बात है। यूपी में जंगलराज व्याप्त है। कहीं पुलिस जनता को पीट रही है, कहीं पुलिस खुद पिट रही है।