वाराणसी में जुआ के फड पर लूट मामले में इस्पेक्टर परमहंस गुप्ता के कथित मित्र धर्मेन्द्र कुमार चौबे ‘पिंटू’ को महाराष्ट्र से पुलिस ने किया गिरफ्तार
माही अंसारी
वाराणसी: वाराणसी के सारनाथ थाना अंतर्गत पहाड़िया स्थित एक बहुमंजिला भवन में चल रहे जुआ के फड से कथित रूप से अपने एक मित्र के साथ तत्कालीन थाना प्रभारी सारनाथ परमहंस गुप्ता द्वारा लूट के मामले में पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है जब वाराणसी पुलिस ने मामले में अभियुक्त इस्पेक्टर परमहंस गुप्ता के कथित मित्र धर्मेन्द्र चौबे उर्फ़ पिंटू को महाराष्ट्र से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अभियुक्त को वाराणसी लेकर आ रही है, जिसके बाद इस मामले में और भी तह खुलने की सम्भावना है।
मिली जानकारी के अनुसार इस लूट के मामले में छीतमपुर निवासी धर्मेंद्र कुमार चौबे उर्फ पिंटू को कैंट थाने की पुलिस ने महाराष्ट्र से गिरफ्तार किया है। बताते चले कि वाराणसी के सारनाथ थाना क्षेत्र के पहड़िया स्थित रुद्रा हाइट्स अपार्टमेंट के एक फ्लैट में बीते 7 नवंबर की आधी रात बाद एक इंस्पेक्टर अपने एक दोस्त के साथ गया था। इंस्पेक्टर का दोस्त खुद को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ओएसडी बता रहा था।
आरोप है कि फ्लैट में जुआ खेल रहे शहर के कुछ व्यापारियों को तगड़ी कानूनी कार्रवाई का भय दिखाकर इंस्पेक्टर और उसका दोस्त मौके से मिले 41 लाख रुपये दो बैग में भर कर अपने साथ ले गए थे। इंस्पेक्टर और उसके दोस्त का सीसी फुटेज सामने आया तो पुलिस आयुक्त ने तत्कालीन सारनाथ थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर परम हंस गुप्ता की भूमिका को प्रथमदृष्टया संदिग्ध पाते हुए उसे निलंबित कर दिया था। पुलिस जांच शुरू की, लेकिन कोई घटना के संबंध में बयान दर्ज कराने नहीं आया।
इस पर 14 नवंबर की रात सारनाथ थाने में थानाध्यक्ष विवेक कुमार त्रिपाठी की तहरीर पर निलंबित इंस्पेक्टर परमहंस गुप्ता, धर्मेंद्र कुमार चौबे, रुद्रा हाइट्स अपार्टमेंट के मालिक और अन्य अज्ञात के खिलाफ लूट सहित अन्य आरोपों व जुआ अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। इसके साथ ही मुकदमे की विवेचना कैंट थानाध्यक्ष राजकुमार को सौंप दी गई। यह इस मामले में पहली गिरफ़्तारी है। वही दूसरी तरफ इस्पेक्टर परमहंस गुप्ता की भूमिका पर इस गिरफ़्तारी के बाद पूछताछ में स्थिति साफ़ होगी।